Naini Central Jail के दो बीमार बंदियों की मौत, अस्पताल में हो रहा था इलाज Prayagraj News
झूंसी और हंडिया थाना क्षेत्र में रहने वाले दहेज हत्या व एनडीपीएस मामले में नैनी सेंट्रल जेल में बंद दो बंदियों की मौत हो गई। बीमारी से वह पीडि़त थे और अस्पताल में इलाज हो रहा था।
प्रयागराज, जेएनएन। केंद्रीय कारागार नैनी के दो बंदियों की मौत हो गई है। वह इन दिनों बीमार थे और उनका इलाज हो रहा था। इलाज के दौरान ही दोनों बंदियों ने अंतिम सांस ली। उनमें से एक दहेज हत्या का तो दूसरा एनडीपीएस मामले में जेल में बंद था।
झूंसी के मिठाई लाल पर बहू की हत्या में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था
झूंसी थाना क्षेत्र के नींवी गांव निवासी मिठाई लाल (70) पर 2012 में बहू ममता देवी पत्नी राजेश की हत्या के मामले में दहेज हत्या का मुकदमा था। मिठाई लाल की पत्नी सोना देवी और बेटा दूधनाथ और बहू देवी जेल गए थे। हालांकि बेटा दूधनाथ और बहू बरी हो गई थी। न्यायालय ने मिठाई लाल और उसकी पत्नी सोना देवी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी, जिसके बाद से वे दोनों जेल में थे। शुक्रवार को मिठाईलाल की तबीयत खराब हुई तो उसे बंदी रक्षकों ने जेल अस्पताल में भर्ती कराया। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
हंडिया का सूरज एनडीपीएस मामले में जेल में बंद था
वहीं हंडिया थाना क्षेत्र के उपरदहा गांव निवासी सूरज चौहान (19) पुत्र उमराव चौहान तीन भाइयों में छोटा था। उसकीदो बहनें भी हैं। हंडिया थाने की पुलिस ने तीन माह पूर्व सूरज चौहान को एनडीपीएस मामले में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मामला न्यायालय में विचाराधीन था। बताया जा रहा है कि 30 जनवरी की रात सूरज की अचानक तबीयत खराब हुई तो उसे जेल अस्पताल में भर्ती कराया। वहां से चिकित्सकों ने उसे स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया था। इलाज के दौरान सूरज की मौत हो गई।