कुंभ में सुजावन देव घाट से छतनाग घाट के लिए चलेंगे दो मिनी क्रूज
पहले बलुआ घाट, गऊ घाट, बोट क्लब, किला घाट, अरैल होते हुए छतनाग घाट तक का रूट फाइनल हुआ था, मगर अब बोट क्लब से होकर ये मिनी क्रूज अरैल जाएंगे और फिर छतनाग पहुंचेंगे।
प्रयागराज : कुंभ के दौरान गंगा और यमुना में संचालित किए जाने वाले मिनी क्रूज के रूट में परिवर्तन किया जा रहा है। अब ये मिनी क्रूज किला घाट होकर नहीं जाएंगे। सुरक्षा कारणों से यह निर्णय लिया गया है।
कुंभ के दौरान पर्यटकों के लिए पहली बार मिनी क्रूज के भी इंतजाम किए जा रहे हैं। मोटरबोट के साथ ही हेलीकॉप्टर की भी व्यवस्था हो रही है। क्रूज के संचालन के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। जिस तरह से हेलीकॉप्टर सेवा के लिए हेलीपोर्ट और हेलीपैड बनाए जा रहे हैं, उसी तरह मिनी क्रूज के लिए टर्मिनल, जेटी व घाट बनाए जा रहे हैं। ये मिनी क्रूज प्राचीन घूरपुर के सुजावन देव मंदिर घाट से झूंसी के छतनाग तक चलाए जाएंगे। पहले बलुआ घाट, गऊ घाट, बोट क्लब, किला घाट, अरैल होते हुए छतनाग घाट तक का रूट फाइनल हुआ था, मगर अब बोट क्लब से होकर ये मिनी क्रूज अरैल जाएंगे और फिर छतनाग पहुंचेंगे। इसी तरह वापसी में छतनाग से सुजावन देव मंदिर घाट जाएंगे। हालांकि इससे रूट थोड़ा लंबा हो जाएगा। पर्यटकों को घुमाने को प्रयाग पहुंचा 'कस्तूरबा' :
कुंभ के दौरान पर्यटकों को गंगा और यमुना में सैर कराने के लिए छोटा जहाज 'कस्तूरबा' प्रयाग पहुंच गया है। भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण के इस छोटे जहाज से भी पर्यटक गंगा व यमुना की सैर कर सकेंगे। प्रदेश सरकार तय करेगी किराया :
मिनी क्रूज और छोटे जहाजों का किराया प्रदेश सरकार तय करेगी। इसके लिए डीएम की अध्यक्षता में जल्द ही कमेटी बनाई जाएगी, जिसकी रिपोर्ट के बाद प्रदेश सरकार किराए का निर्धारण करेगी।