Triple Talaq News : कानून के खौफ ने करा दी सुलह, टूटने से बची रिश्तों की डोर
Triple Talaq News कानून के जानकार भी मानते हैं कि तीन तलाक पर आए कानून ने मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी आसान की है।
प्रयागराज, जेएनएन। शहर में सब्जी मंडी निवासी सबीना को आए दिन तलाक की धमकी मिलती थी। मामला समाजसेवियों तक पहुंचा तो उसके शौहर अजहर को बुलाया गया। तीन तलाक कानून की जानकारी देते हुए कहा गया कि जेल तो जाओगे,जमानत भी नहीं मिलेगी। चेतावनी ने असर दिखाया। अब दंपती एक छत के नीचे सामान्य जिंदगी जी रहे हैैं। कानून के जानकार भी मानते हैैं कि तीन तलाक पर आए कानून ने मुस्लिम महिलाओं की जिंदगी आसान की है।
यह मामला इस बात की गवाही है कि तीन तलाक को लेकर पिछले साल प्रभावी हुआ कानून कितना असरकारक रहा है। यदि कानून नहीं होता तो ऐसे मामलों की संख्या कितनी होती, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। जेल जाना पड़ेगा, थाना कचहरी होगी, जमानत नहीं मिलेगी जैसे जुमले कई रिश्ते की डोर टूटने से बचाने में सफल रहे हैैं। सुलझ समझौते से बात बन गई।
अकबरपुर की रजिया की जिंदगी भी इस कानून के खौफ से बच गई है। उसका निकाह एक निजी कंपनी में इंजीनियर तस्लीम के साथ हुआ थे। उसे पति की हरकतों पर कुछ संदेह हुआ तो मामला अलगाव तक आ पहुंचा। अक्टूबर में दोनों पक्ष थाने पहुंच गए। पुलिस ने सुलह समझौते पर जोर दिया। समाजसेवी मंजू पाठक ने भी कई दिनों तक दंपती की काउंसलिंग की। दोनों ने अपनी कमियां मानीं और रिश्ता बच गया।
अधिवक्ता सहर नकवी कहती हैं कि तीन तलाक कानून लागू होने से मुस्लिम महिलाओं का जीवन सुरक्षित हुआ है। इस कानून से तमाम घर बर्बाद होने से बच गए। एक और दो तलाक के तमाम मामले आए लेकिन तीन तलाक तक की नौबत नहीं आई।