प्रयागराज के रेल यात्रियों को झेलनी पड़ रही दोहरी मुसीबत, सफर पैसेंजर ट्रेन से और देना पड़ रहा एक्सप्रेस का किराया
मऊ के लिए आठ मार्च से अनारक्षित विशेष गाड़ी चलाई गई है। लेकिन किराया पैसेंजर के बजाय एक्सप्रेस का वसूला जा रहा है। इससे दैनिक यात्रियों में मायूसी है। प्रयागराज रामबाग की विंडो से बुधवार को 78 अनारक्षित टिकट बिके
प्रयागराज, जेएनएन। मऊ के लिए आठ मार्च से अनारक्षित विशेष गाड़ी चलाई गई है। लेकिन, किराया पैसेंजर के बजाय एक्सप्रेस का वसूला जा रहा है। इससे दैनिक यात्रियों में मायूसी है। प्रयागराज रामबाग की विंडो से बुधवार को 78 अनारक्षित टिकट बिके मगर यात्रियों में इस एक वजह स असंतोष भी देखा जा रहा है।
मऊ के लिए आठ मार्च से चलाई जा रही हैं अनारक्षित विशेष गाड़ी
05138 प्रयागराज रामबाग-मऊ वाया मंडुवाडीह अनारक्षित विशेष गाड़ी में सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। मेमू के आठ कोच में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। गाड़ी के पायलट और गार्ड के केबिन में स्क्रीन से सभी की गतिविधियां देखी जा सकेंगी। इससे छेड़छाड़ के मामलों पर भी नियंत्रण लगेगा। कोच में डिस्प्ले बोर्ड और साउंड सिस्टम भी लगाया गया है। ठहराव वाले स्टेशनों के बारे में उद्घोषणा होगी। फिलहाल तकनीकी काम न होने से साउंड सिस्टम अभी बंद हैं। पायलट केबिन को वातानुकूलित किया गया है। इस गाड़ी के कोच में एक टायलेट की सुविधा भी है।
यात्रियों की प्रतिक्रिया
कोराना काल में निजी साधन से मऊ जाते थे। लोकल ट्रेन तो चलाई लेकिन किराया अधिक लिया जा रहा है।
- अब्दुल समद
काम के सिलसिले में अक्सर यहां आते हैं। निजी साधन की अपेक्षा किराया कम है। लेकिन, एक्सप्रेस का किराया नहीं लेना चाहिए।
- राजेंद्र प्रसाद पटेल, पेंटर
माधोसिंह स्टेशन से रिश्तेदार के यहां आया था। अब लौट रहा हूं। 45 रुपये का टिकट खरीदना पड़ा है। हालांकि बस की अपेक्षा कम है।
- रवि शंकर
पैतृक निवास औडि़हार में है। अक्सर जाना होता है। सरकार को पैसेंजर का किराया ही लेना चाहिए। दैनिक यात्रियों को महंगा पड़ रहा है।
- छांगुर प्रसाद