ई-कामर्स के विरोध में व्यापारी 19 दिसंबर को राजधानी लखनऊ में निकालेंगे रैली
ई-कामर्स के विरोध में 19 दिसंबर को रविंद्रालय लखनऊ में खुदरा व्यापारी रैली निकाली जाएगी। यह बातें राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने शुक्रवार को सिविल लाइंस स्थित एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस में कहीं।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। ई-कामर्स देश के खुदरा व्यापार को चौपट कर रहा है। एमएसएमई सेक्टर धराशाई हो रहा है। व्यापार खत्म होने से बेरोजगारी के साथ अपराध भी बढ़ रहा है। ई-कामर्स के विरोध में 19 दिसंबर को रविंद्रालय, लखनऊ में खुदरा व्यापारी रैली निकाली जाएगी। यह बातें राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित गुप्ता ने शुक्रवार को सिविल लाइंस स्थित एक होटल में प्रेस कांफ्रेंस में कहीं।
रिटेल व्यापार मंत्रालय के गठन की मांग, 1000 कारोबारी यहां से जाएंगे
अमित गुप्ता ने दावा किया कि खुदरा सेक्टर करीब 43 करोड़ लोगों को रोजगार देने का काम करता है। इतनी बड़ी संख्या में रोजगार देने के बावजूद ई-कामर्स के कारण खुदरा व्यापार दिनों-दिन समाप्त होता जा रहा है। वर्ष 2016 में छह करोड़ लोग ई-शापिंग करते थे लेकिन, 2020 में यह संख्या करीब 32 करोड़ हो गई। उन्होंने कहा कि बड़ी ई-कामर्स कंपनियां भारी छूट देकर देश के खुदरा व्यापार को चौपट कर रही हैं। खुदरा व्यापार को बचाने के लिए 18 फीसद अतिरिक्त कर लगाने और रिटेल व्यापार मंत्रालय के गठन की मांग की। कहा कि यहां से एक हजार व्यापारी रैली में जाएंगे। ददरी में व्यापारी विकास और अश्वनी केसरवानी की
जमीन पर अवैध कब्जे का भी मुद्दा मुठाया
जमीन पर अवैध कब्जा करने का भी मुद्दा उन्होंने उठाया। विकास के परिवार को स्थानीय प्रशासन से न्याय दिलाने की मांग की। बहुराष्ट्रीय ई-कामर्स कंपनियों की जांच सीबीआइ से कराकर कड़ी कार्रवाई की भी मांग की। कहा कि ई-कामर्स कंपनियों पर रोक लगाने तक लड़ाई जारी रहेगी। इस दौरान व्यापारी नेता सतीश केसरवानी, अमर वैश्य मुन्ना भइया, प्रमिल केसरवानी आदि मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि प्रयागराज में व्यापारी नेता और संगठन ई कामर्स से रिटेल दुकानदारों को हो रहे नुकसान के विरोध में लगातार जागरूकता अभियान चला रहे हैं।