Lockdown 3.0 : ऑनलाइन संवाद में कारोबारी बोले, इलेक्ट्रिक उपकरणों की डोर-टू-डोर बिक्री को मिले अनुमति Prayagraj News
दैनिक जागरण से ऑनलाइन संवाद में कुछ कारोबारियों ने इलेक्ट्रिक उपकरणों की बिक्री डोर-टू-डोर शुरू करने की बात कही। इसके लिए वह चाहते हैं कि उन्हें अनमति दी जाए।
प्रयागराज, जेएनएन। लॉकडाउन के कारण करीब पौने दो महीने से कारोबार पूरी तरह से ठप है। व्यापारियों को दुकान, गोदाम का किराया, बिजली का बिल, लोन का ब्याज, कर्मचारियों का वेतन और टैक्स की अदायगी करनी है, इसलिए कारोबारी दुकानें खोलने की छूट मांग रहे हैं। हालांकि, बहुत से व्यापारियों ने डोर-टू-डोर, ऑनलाइन सामानों की बिक्री का भी रास्ता तलाश रहे हैं। दैनिक जागरण से ऑनलाइन संवाद में कुछ कारोबारियों ने इलेक्ट्रिक उपकरणों की बिक्री डोर-टू-डोर शुरू करने की बात कही।
डोर-टू-डोर शुरू होगी बिक्री
शाहगंज व्यापार संगठन के संयोजक व अग्नि एजेंसी के प्रोपराइटर अनिमेष अग्रवाल का कहना है कि सरकार को जो जरूरी लगा उसे पहले कर रही है। ऑनलाइन और डोर-टू-डोर इलेक्ट्रिक उपकरण की बिक्री शुरू होगी। प्रशासन ने 86 पास जारी किए जिसमें 44 बांट दिए गए हैं।
दुकानें खुलने की मिले छूट
वी आर कारपोरेशन के प्रोपराइटर विवेक मिश्रा कहते हैं कि दुकानें न खुलने पर भी कर्मियों का वेतन, किराया देना है। शारीरिक दूरी बनाते हुए समय से दुकानें खुलने व रिपेयङ्क्षरग को डोर-टू-डोर काम की स्वीकृति दी है लेकिन सामान लोग नहीं खरीदते हैं, जब तक देखते नहीं है।
ग्राहकों को करना होगा सचेत
अनुपम एजेंसी के नीलेश अग्रवाल का कहना है कि दूसरे जिलों में दिन के अनुसार बाजार खुलना शुरू हो गया है। सरकार को पूरी तैयारी संग यहां ढील देनी चाहिए। ग्राहकों को सचेत किया जाए कि फोन करके या ई-मेल आदि से आर्डर देकर ही मांग के अनुसार सामान मंगाएं।
ऐसे ही करना पड़ेगा कारोबार
जायसवाल रेडियो इलेक्ट्रॉनिक के सतीश जायसवाल का कहना है कि अल्टरनेट तीन-चार घंटे दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए। कोरोना के साथ ही कारोबार को भी सावधानी के साथ शुरू करना पड़ेगा। दुकानें बंद होने से व्यवसाय और जीएसटी का भी नुकसान हो रहा है।
दिखेगा वित्तीय हालात का असर
न्यू मिक्सी हाउस के प्रोपराइटर अनुभव नागिया कहते हैं कि कोरोना, लॉकडाउन और आपदा ने भविष्य का खाका बदल दिया है। जब सभी शुरू होगा तो सब बदला दिखाई देगा। काम बंद रहने के दौरान जो भी वित्तीय स्थिति गड़बड़ाई है, उसका असर काम शुरू होने पर ही पड़ेगा।
उपकरणोंं की होम डिलीवरी
साक्षी इलेक्ट्रानिक्स के प्रोपराइटर मनीष जायसवाल का कहना है कि दुकानें बंद हैं लेकिन दुकान और गोदाम का किराया, वेतन देना पड़ रहा है। तीन-चार घंटे दुकानें खुलने की छूट दी जाए। उपकरण की होम डिलीवरी तो शुरू करें लेकिन ट्रांसपोर्ट न चलने से माल नहीं आ रहा है।