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कर चोरी पता करने को वाणिज्यकर विभाग कारोबारियों से मांगा बैलेंस शीट, नोटिस भेजी Prayagraj News

वाणिज्यकर विभाग कारोबारियों को नोटिस जारी करके बैलेंस सीट की मांग कर रहा है। वही कारोबारियों ने इसका विरोध किया है। कहा कि बैलेंस शीट आयकर विभाग ही कर सकता है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Tue, 19 Nov 2019 01:37 PM (IST)Updated: Tue, 19 Nov 2019 01:37 PM (IST)
कर चोरी पता करने को वाणिज्यकर विभाग कारोबारियों से मांगा बैलेंस शीट, नोटिस भेजी Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। वाणिज्यकर विभाग के अफसरों ने कर चोरी का पता लगाने के लिए नया तरीका निकाला है। अब व्यापारियों से सालाना लाभ-हानि (टर्नओवर) के ब्योरे के साथ बैलेंस शीट भी मांगी जा रही है। इसके लिए कारोबारियों को ऑनलाइन नोटिस भी जारी की जा रही है।

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कारोबारियों ने कहा, बैलेंस शीट की मांग कर परेशान किया जा रहा है

प्रयागराज जोन में पंजीकृत व्यापारियों की संख्या करीब 42 हजार है। विभाग की ओर से तमाम व्यापारियों को 43 (13) ( ए) की नोटिस जारी की गई है। नोटिस के जरिए लाभ-हानि के विवरण और बैलेंस शीट मुहैया कराने के लिए कहा गया है। इस पर कई कारोबारियों ने विभागीय अधिकारियों से आपत्ति भी जताई है। कारोबारियों का कहना है कि लाभ-हानि का ब्योरा तो विभागीय अधिकारी मांग सकते हैं, लेकिन बैलेंस शीट मांगने के लिए वह अधिकृत नहीं हैं। बैलेंस शीट जरूरत पडऩे पर सिर्फ आयकर विभाग ही मांग सकता है। उनका कहना है कि बैलेंस शीट की मांग कर उन्हें परेशान किया जा रहा है। बहरहाल, नोटिस के जवाब से व्यापारियों का केस डीम्ड असेसमेंट से बाहर हो जाएगा।

कैट के प्रदेश अध्यक्ष बोले, बैलेंस शीट मांगने का कोई औचित्य नहीं

कैट के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल का कहना है कि बैलेंस शीट मांगने का कोई औचित्य नहीं है। सिर्फ व्यापारियों को परेशान करने के लिए ऐसा किया जा रहा है।

बोले अधिकारी

वाणिज्य कर विभाग के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड-वन एके राय कहते हैं कि डीम्ड असेसमेंट में शासन ने जो तय किया है, उसी के मुताबिक नोटिस भेजी जाती है। इसका मकसद यह है कि साल भर में व्यापारी से कर संबंधी कोई भूल हो गई है तो वह उसमें सुधार करके वार्षिक रिटर्न दाखिल कर सकते हैं। अगर ऐसा है तो मामले की पड़ताल कराई जाएगी।


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