Top Prayagraj News of the day, 05 April 2021 : Prayagraj की सड़कों पर मौत का सफर, स्कूटी सवार दो युवकों की गई जान
प्रयागराज में सोमवार को अलग अलग हादसे में दो लोगों की मौत हो गई। वहीं आज और कल नामांकन पत्रों की जांच होगी। मां के हाथ की बनी रोटी से भरा बैग एक छात्र मेट्रो स्टेशन पर भूल गया। जिसे दिल्ली पुलिस ने कुछ घंटों में बरामद कर लिया।
प्रयागराज, जेएनएन। जनपद में हाइवे हो या भीतरी सड़के, इन पर गुजरते वक्त लापरवाही घातक साबित हो सकती है। सोमवार को हादसे में दो लोगों की जान चली गई। वहीं, त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए रविवार को नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब आज यानी सोमवार और कल मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच होगी। जबकि, मां के हाथ की बनी रोटी मेट्रो में भूल गए। इस पर वह इतना परेशान हो गए कि उन्होंने दिल्ली पुलिस के डीसीपी जितेंद्र मणि त्रिपाठी से गुहार लगाई। इसके बाद कुछ घंटे में दिल्ली पुलिस ने खोए हुए बैग को बरामद कर लिया।
Prayagraj की सड़कों पर मौत का सफर, स्कूटी सवार दो युवकों की गई जान
जनपद में हाइवे हो या भीतरी सड़कें, इन पर गुजरते वक्त जरा सी लापरवाही घातक साबित होती है। कई बार दूसरों की गलती भी राहगीरों के लिए जानलेवा हो रही हैं। सोमवार को भी दो घातक दुर्घटनाओं में एक युवक की जान चली गई जबकि दो लोग घायल हो गए। एक सड़क हादसा वाराणसी मार्ग पर हुआ जहां रोडवेज बस ने स्कूटी सवार तीन युवकों को टक्कर मार दी जिनमें दो युवकों की जान चली गई जबकि एक गंभीर जख्मी हो गए।
पंचायत चुनाव में नामांकन पत्रों की जांच आज व कल, जानें- नामवापसी की अंतिम तारीख
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए रविवार को नामांकन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब आज यानी सोमवार और कल मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच होगी। दो दिन नामांकन पत्रों की जांच के लिए निर्वाचन अधिकारियों ने सहायक निर्वाचन अधिकारियों की टीम गठित कर दी है। दो दिन में इस प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा। उसके बाद सात अप्रैल को नाम वापसी होगी।
Allahabad University Family की गुहार पर मां के हाथ की रोटी और सत्तू खोज लाई दिल्ली मेट्रो पुलिस
तुम क्या सिखाओगे मुझे, प्यार करने का सलीका। मैंने मां के एक हाथ से थप्पड़ और दूसरे से रोटी खाई है...। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के पुरा छात्र ऋषव उज्जैन दस महीने के लंबे इंतजार बाद मां के हाथ की बनी रोटी मेट्रो में भूल गए। इस पर वह इतना परेशान हो गए कि उन्होंने दिल्ली पुलिस के डीसीपी जितेंद्र मणि त्रिपाठी से गुहार लगाई। इसके बाद कुछ घंटे में दिल्ली पुलिस ने खोए हुए बैग को बरामद कर लिया।