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कुंभ में तोगड़िया भी भरेंगे राम मंदिर की हुंकार

संगम की इस धरा से निकलने वाला संदेश पूरे देश में जाएगा, इसलिए अहिप पदाधिकारी यहां विभिन्न आयोजनों की तैयारी में जुट गए हैं। अहिप के पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रदेश मंत्री जितेंद्र शास्त्री बताते हैं कि मेला प्रशासन के पास जमीन के लिए आवेदन कर दिया गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 26 Oct 2018 11:51 PM (IST)Updated: Fri, 26 Oct 2018 11:51 PM (IST)
कुंभ में तोगड़िया भी भरेंगे राम मंदिर की हुंकार
कुंभ में तोगड़िया भी भरेंगे राम मंदिर की हुंकार

श्रीनारायण मिश्र, प्रयागराज : कुंभ में जहां करोड़ों श्रद्धालुओं के बीच विश्व ¨हदू परिषद राममंदिर निर्माण मुद्दे को धार देगी, वहीं विहिप से अलग होकर अन्तर्राष्ट्रीय ¨हदू परिषद (अहिप) बनाने वाले डॉ. प्रवीण भाई तोगड़िया की हुंकार भी इस मुद्दे पर सुनाई देगी। इसके लिए उनके संगठन ने कुंभ में जमीन आवंटन का आवेदन कर दिया है।

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पूरे देश में संगठन खड़ा करने और फिर राजनीतिक दल बनाने की दिशा में काम कर रहे डॉ. प्रवीण तोगड़िया का पूरा ध्यान कुंभ की ओर भी है। वे भली प्रकार जानते हैं कि संगम की इस धरा से निकलने वाला संदेश पूरे देश में जाएगा, इसलिए अहिप पदाधिकारी यहां विभिन्न आयोजनों की तैयारी में जुट गए हैं। अहिप के पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रदेश मंत्री जितेंद्र शास्त्री बताते हैं कि मेला प्रशासन के पास जमीन के लिए आवेदन कर दिया गया है। अहिप के अलावा, छात्र परिषद, किसान परिषद, मजदूर परिषद आदि आनुषांगिक संगठनों के लिए भी जमीन मांगी गई है। वजह यह कि यहां से धार्मिक गतिविधियां चलाई जा सकें। उन्होंने बताया कि कुंभ के दौरान डॉ. तोगड़िया सभी प्रमुख स्नान पर्वो और संगठन के बड़े कार्यक्रमों में शरीक रहेंगे। एक लाख रामभक्तों का सम्मेलन :

अहिप कुंभ में यों तो संत सम्मेलन से लेकर अनेक तरह के सम्मेलन और अन्न क्षेत्र की तैयारी में लगी है। फिर भी उसकी सबसे बड़ी तैयारी देश भर से एक लाख रामभक्तों का सम्मेलन बुलाने की है। हालांकि इसकी तारीख एक नवंबर को दिल्ली में होने वाली बैठक के बाद तय होगी। जितेंद्र शास्त्री कहते हैं कि दीपावली के बाद सभी कार्यक्रमों की तारीखें घोषित हो जाएंगी। एक नवंबर को तय होगा राजनीतिक दल :

जितेंद्र शास्त्री बताते हैं कि एक नवंबर को दिल्ली में जो शीर्ष नेताओं की बैठक होगी, उसमें राजनीतिक दल का नाम आदि तय हो सकता है। इसके साथ ही अहिप अपना धार्मिक-सांस्कृतिक अभियान जारी रखेगी।


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