प्रयागराज में दस हजार स्वयंसेवकों का समागम
1925 में डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार ने संघ की स्थापना की थी। स्थापना दिवस के इस मौके पर शुक्रवार को दस हजार से अधिक स्वयंसेवकों के आने का अनुमान है।
प्रयागराज : परेड मैदान में विजय दशमी का दिन दर्शनीय होगा। संघ के करीब दस हजार स्वयंसेवक संपूर्ण गणवेश में दंड प्रहार का प्रदर्शन करेंगे। उन्हें बौद्धिक देने के लिए सह सर कार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल मुख्य अतिथि के तौर पर रहेंगे। आयोजन की तैयारी के लिए विशाल मंच तैयार किया गया है। प्रांत स्तरीय पदाधिकारियों ने गुरुवार को इन तैयारियों का निरीक्षण किया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रतिवर्ष विजयदशमी पर अपना स्थापना वर्ष मनाता है। 1925 में डॉ. केशवराव बलिराम हेडगेवार ने संघ की स्थापना की थी। स्थापना दिवस के इस मौके पर शुक्रवार को दस हजार से अधिक स्वयंसेवकों के आने का अनुमान है। हालांकि संघ के पदाधिकारियों ने करीब 15 हजार स्वयंसेवकों को प्रवेशिका जारी की है। गुरुवार को प्रांत प्रचारक रमेश और सह प्रांत प्रचारक मनोज ने तैयारियों का निरीक्षण किया। संघ के काशी प्रांत के सह प्रचार प्रमुख मुरारजी त्रिपाठी ने बताया कि इस विशाल संघ समागम में केवल प्रयाग उत्तरी, प्रयाग दक्षिणी और झूंसी नगर के स्वयंसेवकों को ही आमंत्रित किया गया है। समागम में शारीरिक और बौद्धिक अभ्यास के साथ ही आसन आदि भी होंगे। उन्होंने बताया कि सुरक्षा से लेकर संपूर्ण व्यवस्था स्वयंसेवक ही संभाल रहे हैं। हर कार्य के लिए प्रभारी बना दिए गए हैं। कार्यक्रम दोपहर 12 बजे से पूर्व आरंभ हो जाएगा। युवक-युवती परिचय सम्मेलन की तैयारी पर मंथन :
इलाहाबाद: कायस्थ पाठशाला एवं अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के संयुक्त तत्वावधान में 21 अक्टूबर को केपी कम्युनिटी सेंटर में प्रस्तावित युवक-युवती परिचय सम्मेलन की तैयारी पर गुरुवार को मंथन हुआ। महासभा के जिलाध्यक्ष रवि श्रीवास्तव की अध्यक्षता में ट्रस्ट मुख्यालय में हुई बैठक में जानकारी दी गई कि काफी संख्या में युवक-युवतियों के फार्म कार्यालय में जमा हो गए हैं। कार्यक्रम के दिन भी जो जो कायस्थ अपना पंजीकरण कराना चाहता है, वह सुबह 10 से दोपहर दो बजे तक पंजीकरण करा सकते हैं। कार्यक्रम संबंधी जिम्मेदारियां देने के लिए 20 अक्टूबर को सुबह 11 बजे केपी कम्युनिटी सेंटर में सभी प्रभारियों के मौजूद होने की अपील जिलाध्यक्ष ने की। बैठक में केपी ट्रस्ट के अध्यक्ष चौधरी राघवेंद्रनाथ सिंह, महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चौधरी जितेंद्रनाथ सिंह, कार्यक्रम संयोजिका डा. सुधा प्रकाश, महामंत्री आनंद मोहन, अरुणा अस्थाना, डा. मंजू वर्मा, भारती वर्मा, सुरेश चंद्र श्रीवास्तव, आदि शामिल थे।