प्रोफेसर हांगलू पर लगे आरोपों की जांच को इलाहाबाद विश्वविद्यालय पहुंची तीन सदस्यीय कमेटी Prayagraj News
इस जांच में राष्ट्रीय महिला आयोग की सिफारिशों को भी शामिल किया गया है। कमेटी के आने के बारे में इविवि के प्रशासनिक अफसर कुछ भी बोलने से कतराते रहे।
प्रयागराज,जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के पूर्व कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू पर लगे वित्तीय, प्रशासनिक और शैक्षणिक अनियमितता के आरोप की जांच के लिए गठित कमेटी गुरुवार सुबह इविवि पहुंच गई है। जांच टीम आने के बाद से विश्वविदयालय में चर्चाओं का बाजार गरम है। टीम दिनभर इविवि में साक्ष्य खंगालने के साथ कुछ शिक्षकों से पूछताछ भी कर सकती है। दरअसल, पूर्व कुलपति प्रो. हांगलू के इस्तीफे के बाद राष्ट्रपति एवं इविवि के विजिटर रामनाथ कोविंद के निर्देश पर तीन जनवरी को जांच कमेटी गठित की गई थी। जांच टीम विश्वविदलयाय के छात्रनेताओं से भी पूछताछ कर सकती हैं। जिन्होंने पूर्व में प्रोफेसर हांगलू की शिकायत कर चुके हैं।
राष्ट्रीय महिला आयोग की सिफारिशें भी जांच में शामिल
पहले जांच कमेटी का अध्यक्ष यूजीसी के चेयरमैन प्रो. डीपी सिंह को बनाया था। बाद में इग्नू के कुलपति प्रो. नागेश्वर राव की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई। इस जांच में राष्ट्रीय महिला आयोग की सिफारिशों को भी शामिल किया गया है। ऐसे में कमेटी इस पर भी निगाहें बनाए हैं। कमेटी के आने के बारे में इविवि के प्रशासनिक अफसर कुछ भी बोलने से कतराते रहे। कमेटी में गुजरात केंद्रीय विवि के कुलपति प्रोफेसर रमाशंकर दूबे और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विवि अमरकंटक (मध्य प्रदेश) के कुलपति प्रोफेसर श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी शामिल हैं।
इविवि के कई प्रोफेसरों की बढ़ेंगी मुश्किलें
प्रो. रतन लाल हांगलू के अलावा अन्य चार प्रोफेसरों की मुश्किलें अब बढऩे वाली हैं। ऐसा इसलिए की राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम अगले सप्ताह फिर आ रही है। टीम आरोपित प्रोफसरों से पूछताछ व छात्रावास में रहने वाली छात्राओं से भी बातचीत करेगी। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह की शिकायत पर 10 और 11 दिसंबर 2019 को नई दिल्ली से आयोग की सदस्य राजुल बेन एल देसाई की अगुवाई में पांच सदस्यीय टीम आई थी। टीम ने अंतरिम जांच रिपोर्ट में पूर्व कुलपति प्रो. हांगलू समेत पांच शिक्षकों का जिक्र किया था। इन पर यौन उत्पीडऩ के गंभीर आरोप लगे थे। इस बार खुद राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा भी आएंगी। वह आरोपित शिक्षकों से मिलकर उनका पक्ष भी जानेंगी। पूर्व अध्यक्ष ऋचा ने फिर दिल्ली पहुंचकर आयोग की अध्यक्ष से मुलाकात कर धन्यवाद ज्ञापन सौंपा। चार दिसंबर 2019 को धमकी का फर्जी मुकदमा दर्ज कराने की भी जानकारी दी।