Crime: यह है जिला प्रतापगढ़ जहां सीओ का भी हो चुका कत्ल, बेहद दुस्साहसी हैं यहां के अपराधी
प्रतापगढ़ के अपराधी बेहद दुस्साहसी हो चुके हैं। शनिवार रात पुलिस टीम पर लालगंज में हुआ हमला नई बात नहीं है... यहां तो कई बार पुलिस टीम पर हमला हो चुका है। इतना ही नहीं इस जनपद में सीओ और सिपाही तक की हत्या की जा चुकी है।
प्रतापगढ़, जागरण संवाददाता। यह है जिला प्रतापगढ़...यहां के अपराधी बेहद दुस्साहसी हो चुके हैं। शनिवार रात पुलिस टीम पर लालगंज में हुआ हमला नई बात नहीं है... यहां तो कई बार पुलिस टीम पर हमला हो चुका है। इतना ही नहीं, इस जनपद में सीओ और सिपाही तक की हत्या की जा चुकी है।
2013 में मार डाला था सीओ जियाउल हक को
लालगंज के बाबूतारा गांव में शातिर के घर दबिश देने गई पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। यह पुलिस पर हमले की पहली घटना नहीं है। इसके पहले वर्ष 2013 में हथिगवां थाना क्षेत्र के बलीपुर गांव में प्रधान नन्हे यादव की हत्या के बाद पहुंचे सीओ कुंडा रहे जियाउल हक पर भीड़ ने हमला कर दिया था और उन्हें पीट-पीटकर मार डाला था। यही नहीं रानीगंज थाना क्षेत्र में डोजियर बनाने गए सिपाही राजकुमार सिंह की उसी बदमाश ने गोली मारकर हत्या कर दी, जिसका वह डोजियर बनाने गया था।
किशुनगंज में दारोगा रंजीत को मार दी थी गोली
इसके अलावा कंधई थाना क्षेत्र के किशुनगंज बाजार में टोकने पर शातिर बदमाश ने दारोगा रंजीत कुमार पांडेय को गोली मार दी थी। भुपियामऊ के पास रोकने पर बदमाशों ने दीवान को गोली मार दी थी। इसके अलावा कई बार पुलिस टीम पर हमला हो चुका है। लालगंज कोतवाली क्षेत्र के जेवई गांव में अवैध शराब के कारोबारियों के यहां पुलिस और आबकारी की टीम दबिश देने गई थी। वहां हाथापाई के दौरान एक महिला की गिरने से मौत हो गई थी, इस पर ग्रामीणों ने पुलिस और आबकारी विभाग की टीम पर हमला बोल दिया था।
इनामी को ढेर करने पर थमे नहीं अपराधी
कुछ दिन पहले सांगीपुर इलाके में आबकारी टीम दबिश देने गई थी, जिस पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया था। बाद में तीन थानों की फोर्स पहुंचकर स्थिति को संभाला था। हालांकि हर बार पुलिस ने हमला करने वाले आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। पुलिस ने रंगदारी मांगने और हत्या करने के मामले में फरार एक लाख रुपये के इनामी तौकीर को एनकाउंटर में मार गिराया था। ऐसा नहीं है कि बदमाशों में पुलिस का खौफ नहीं है लेकिन देखने में यह आ रहा है कि बदमाशों के मारे जाने के बाद भी अपराध में कोई कमी नहीं आ रही।