मरीजों की राह देख रहा यह हॉस्पिटल
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : ऐसे हॉस्पिटल तो आए दिन देखने को मिलते हैं जहां मरीजों की
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : ऐसे हॉस्पिटल तो आए दिन देखने को मिलते हैं जहां मरीजों की भीड़ इस तरह उमड़ जाती है कि उनका इलाज करना मुश्किल हो जाता है। वहीं दूसरी तरफ एक हॉस्पिटल यह भी है जहां हॉस्पिटल व डॉक्टर खुद मरीजों के आने का इंतजार करते हैं। यहां डॉक्टरों की संख्या तो ठीक ठाक हैं, लेकिन मरीजों की संख्या बहुत कम है। यहां जितने भी वार्ड हैं सब खाली पड़े हैं यानी यहां एक भी मरीज भर्ती नहीं हैं। इतना हीं नहीं यहां तो मरीजों को दवा भी नहीं मिल पाती है।
'दैनिक जागरण' अपने अभियान 'पड़ताल सरकारी अस्पताल' के क्रम में शनिवार को जब राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज एवं एचएएचआरडीएम यूनानी हॉस्पिटल की पड़ताल की तो यह स्थिति सामने आई। इस हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों को एक ही जवाब मिलता है कि डॉक्टर को दिखा लीजिए, लेकिन दवा आने के बाद ले जाइएगा। दवा की सप्लाई न होने से मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यूनानी पद्धति वाले इस हॉस्पिटल की स्थिति बहुत ही दयनीय है।
खुल्दाबाद क्षेत्र में स्थित इस अस्पताल में डॉक्टरों की संख्या 34 है। प्रतिदिन सात ओपीडी यहां चलती है जिसके लिए 19 डॉक्टरों को लगाया गया है। अब यहां डॉक्टर तो पर्याप्त हैं, लेकिन मरीज न के बराबर आते हैं।
प्रसूति कक्ष में बंद रहा ताला
शनिवार को प्रसूति कक्ष में ताला लटक रहा था। फीमेल वार्ड में कुल 10 बेड हैं, लेकिन इसमें सभी बेड खाली रहे। इसमें एक भी मरीज भर्ती नहीं मिले। फीमेल वार्ड व नए भवन में बने वार्ड में एक भी मरीज भर्ती नहीं था।
बंद रहा एक्स-रे कक्ष
इस यूनानी हॉस्पिटल में स्थित एक्स-रे कक्ष का दरवाजा बंद रहा। इसमें किसकी ड्यूटी है यह भी नहीं पता चल सका। यहां डॉक्टरों की संख्या तो ठीक-ठाक है, लेकिन फिर भी कोई उचित इंतजाम नहीं है।
दवाओं की आपूर्ति नहीं होने से समस्या बनी हुई है। दवा आपूर्ति के लि ई-टेंड¨रग की कवायद चल रही है इसलिए दवाएं नहीं आ पा रही हैं। शीघ्र ही समस्या दूर हो जाएगी। एक्स-रे व जांच की व्यवस्था तो यहां है। मरीज आते रहते हैं जिस तरह की आवश्यकता होती है उन्हें भर्ती किया जाता है।
डॉ. अनवार अहमद : प्रिंसिपल व अधीक्षक, राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल