कला ग्राम से दुनिया देखेगी भारतीय संस्कृति का वैभव
कला ग्राम दुनिया भारतीय संस्कृति का वैभव देखेगी। कला ग्राम कुंभ के दौरान मेले का मुख्य आकर्षण रहा। श्रद्धालुओं को भारतीय संस्कृति से जोड़ा गया।
By Edited By: Published: Mon, 06 May 2019 09:59 AM (IST)Updated: Mon, 06 May 2019 09:59 AM (IST)
प्रयागराज : लोककला व संस्कृति को समर्पित 'कला ग्राम' बीते कुंभ मेले का मुख्य आकर्षण था। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र प्रयागराज ने इसके जरिए देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं को भारतीय कला व संस्कृति से जोड़ा था। कला ग्राम की वही भव्यता, संदेश व गतिविधियां देश-विदेश में प्रचारित की जाएगी। इसके मद्देनजर कला ग्राम पर आधारित डाक्यूमेंट्री बनाने की तैयारी पूरे जोर-शोर से चल रही है। जिसका प्रदर्शन भारत के अलावा विभिन्न देशों में होगा।
एनसीजेडसीसी ने बनवाया है कला ग्राम
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र ने कुंभ मेले के दौरान अरैल में छह एकड़ क्षेत्र में 'कला ग्राम' बनवाया था। उक्त कला ग्राम में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के अलावा पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र कोलकाता, उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र उदयपुर, दक्षिण क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र तंजाउर, दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर का शिविर लगा था। हर शिविर में संबंधित केंद्र के राज्यों से जुड़े पारंपरिक लोक नृत्य, गायन, शिल्प का प्रदर्शन किया गया।
कलाकारों की होती है प्रस्तुति
हर केंद्र से जुड़े कलाकार प्रतिदिन यहां पर अपनी प्रस्तुति देते थे। एक स्थान पर देश की विविध संस्कृतियों को देखना श्रद्धालुओं के लिए किसी रोमांच से कम नहीं था। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक इंद्रजीत ग्रोवर ने बताया कि 'कला ग्राम' कुंभ का मुख्य आकर्षण था। जो लोग कला ग्राम का दीदार नहीं कर सके, उनकी सहूलियत के लिए डाक्यूमेंट्री बनाई जा रही है। साथ ही कला ग्राम की सारी गतिविधियों को वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।
हुई थी अद्भुत सजावट
कला ग्राम की दीवारों को मधुबनी, गोंड, भील, किशनगढ़, तंजाउर शैली की कलाकृतियों से सजाया गया था। जो हर किसी के आकर्षण का केंद्र था। इसके अलावा गांधी स्मृति संस्थान, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, साहित्य अकादमी दिल्ली, संगीत नाटक अकादमी दिल्ली, इलाहाबाद संग्रहालय ने अपने स्टॉल के जरिए विविध गतिविधियों को प्रस्तुत किया था। 15 मिनट की बनेगी फिल्म: कला ग्राम पर बनने वाली डाक्यूमेंट्री 15 मिनट की होगी, देश-विदेश में प्रदर्शन कराने के साथ उसे उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की वेबसाइट पर भी डाला जाएगा। कला ग्राम में हुई अन्य गतिविधिया भी वेबसाइट पर होंगी।
एनसीजेडसीसी ने बनवाया है कला ग्राम
उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र ने कुंभ मेले के दौरान अरैल में छह एकड़ क्षेत्र में 'कला ग्राम' बनवाया था। उक्त कला ग्राम में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के अलावा पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र कोलकाता, उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र पटियाला, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र उदयपुर, दक्षिण क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र तंजाउर, दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र नागपुर का शिविर लगा था। हर शिविर में संबंधित केंद्र के राज्यों से जुड़े पारंपरिक लोक नृत्य, गायन, शिल्प का प्रदर्शन किया गया।
कलाकारों की होती है प्रस्तुति
हर केंद्र से जुड़े कलाकार प्रतिदिन यहां पर अपनी प्रस्तुति देते थे। एक स्थान पर देश की विविध संस्कृतियों को देखना श्रद्धालुओं के लिए किसी रोमांच से कम नहीं था। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक इंद्रजीत ग्रोवर ने बताया कि 'कला ग्राम' कुंभ का मुख्य आकर्षण था। जो लोग कला ग्राम का दीदार नहीं कर सके, उनकी सहूलियत के लिए डाक्यूमेंट्री बनाई जा रही है। साथ ही कला ग्राम की सारी गतिविधियों को वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।
हुई थी अद्भुत सजावट
कला ग्राम की दीवारों को मधुबनी, गोंड, भील, किशनगढ़, तंजाउर शैली की कलाकृतियों से सजाया गया था। जो हर किसी के आकर्षण का केंद्र था। इसके अलावा गांधी स्मृति संस्थान, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, साहित्य अकादमी दिल्ली, संगीत नाटक अकादमी दिल्ली, इलाहाबाद संग्रहालय ने अपने स्टॉल के जरिए विविध गतिविधियों को प्रस्तुत किया था। 15 मिनट की बनेगी फिल्म: कला ग्राम पर बनने वाली डाक्यूमेंट्री 15 मिनट की होगी, देश-विदेश में प्रदर्शन कराने के साथ उसे उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र की वेबसाइट पर भी डाला जाएगा। कला ग्राम में हुई अन्य गतिविधिया भी वेबसाइट पर होंगी।
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