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Narendra Giri Death: आज पंच परमेश्वर की बैठक में तय होगा महंत नरेंद्र गिरि का उत्तराधिकारी

महंत नरेंद्र गिरि के करीबी एक शिष्य ने बताया कि बुधवार की सुबह पंच परमेश्वर की आपात बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में पांच महामंडलेश्वर शामिल होंगे। बैठक में इस बात पर मंथन होगा कि हनुमान मंदिर के अलावा अल्लापुर स्थित मठ बाघम्बरी गद्दी की कमान किसके पास होगी

By Ankur TripathiEdited By: Published: Tue, 21 Sep 2021 09:34 PM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 06:30 AM (IST)
पंच परमेश्वर की बैठक में होगा महंत के उत्तराधिकारी के नाम पर फैसला

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और बंधवा स्थित लेटे हनुमान जी मंदिर के महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध दशा में मौत के बाद नए उत्तराधिकारी और अखाड़ा परिषद के नए अध्यक्ष को लेकर ऊहापोह बुधवार को खत्म हो जाएगी। इसके लिए पंच परमेश्वर की आपात बैठक बुलाई गई है। बैठक में सर्वसम्मति से लिए गए फैसले के आधार पर महंत नरेंद्र गिरि का नया उत्तराधिकारी मिल जाएगा।

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अभी यह तय नहीं कि बलबीर गिरि ही नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी होंगे

फिलहाल महंत नरेंद्र गिरि की तरफ से जो सुसाइड नोट मिला है, उसमें उन्होंने हरिद्वार मठ का कामकाज सम्भाल रहे बलबीर गिरि को अपना उत्तराधिकारी बताया है। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि बलबीर गिरि ही नरेंद्र गिरि के उत्तराधिकारी होंगे। महंत नरेंद्र गिरि के करीबी एक शिष्य ने बताया कि बुधवार की सुबह पंच परमेश्वर की आपात बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में पांच महामंडलेश्वर शामिल होंगे। बैठक में इस बात पर मंथन होगा कि हनुमान मंदिर के अलावा अल्लापुर स्थित मठ बाघम्बरी गद्दी की कमान किसके पास होगी। साथ ही इस बात पर भी चर्चा होगी कि अखाड़ा परिषद का नया अध्यक्ष कौन होगा? यह पूरी प्रक्रिया पोस्टमार्टम होने से पूर्व कर ली जाएगी। इसके बाद ही मठ में सनातन प्रक्रिया के साथ महंत नरेंद्र गिरि को समाधि देने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके लिए संतों की बैठक एक बार हो चुकी है। इसमें यह प्रस्ताव पारित किया गया कि बैठक में लिए गए फैसले के आधार पर ही नया उत्तराधिकारी चुना जाएगा।

नरेंद्र गिरि का तरह नहीं है किसी में तेवर

महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य आपस में देर रात तक चर्चा भी करते रहे। इस दौरान यह भी कहा गया कि महंत नरेंद्र गिरि की तरह बेबाक, निडर और कठोर फैसला लेने वाला कोई संत अब नहीं है। इस लिहाज से पंच परमेश्वर के सामने नए उत्तराधिकारी का चयन भी चुनौतीपूर्ण होगा। शिष्य तो यह सवाल भी उठा रहे थे कि मठ का संचालन अब कैसे होगा। फिलहाल इससे आज पर्दा उठ जाएगा।


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