कटरा में शान से निकली लंकापति रावण की सवारी Prayagraj News
कटरा रामलीला कमेटी की ओर से यह अनूठी शोभायात्रा हर साल निकाली जाती है। इसका उद्देश्य रावण की विद्वता का सम्मान करना है साथ ही लोग उन्हें मुनि भारद्वाज का वंशज भी मानते हैं।
प्रयागराज,जेएनएन : कटरा क्षेत्र में बुधवार शाम लंका के राजा रावण की सवारी शान से निकली। रावण ही नहीं, उनके भाई कुंभकर्ण और विभीषण, बेटे मेघनाद तथा रानी मंदोदरी भी सूरजमुखी रथ पर सवार होकर निकलीं। पूरी सजधज के साथ इस शोभायात्रा का आयोजन श्री कटरा रामलीला कमेटी ने किया। मुनि भारद्वाज आश्रम से शुरू हुई यह शोभायात्रा कर्नलगंज, कटरा, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी क्षेत्र में घूमी। इसे देखने के लिए हजारों की तादाद में लोग उमड़ पड़े।
श्री कटरा रामलीला कमेटी की ओर से यह अनूठी शोभायात्रा हर साल निकाली जाती है। इसका उद्देश्य रावण की विद्वता का सम्मान करना है, साथ ही लोग उन्हें मुनि भारद्वाज का वंशज भी मानते हैं। इसलिए मुनि भारद्वाज आश्रम से यात्रा की शुरुआत की जाती है। बुधवार देर शाम कमेटी के अध्यक्ष सुधीर कुमार गुप्ता 'कुक्कू, संयोजक उमेश केसरवानी, महामंत्री गोपाल बाबू जायसवाल, उपाध्यक्ष शंकर लाल चौरसिया आदि अन्य पदाधिकारियों ने रावण तथा उनके परिवार का विधि विधान से पूजन किया। इसके बाद ध्वज पताका, हाथी घोड़े और बैंड बाजा की धुन के साथ शोभायात्रा की शुरुआत हुई तो इसे देखने के लिए उत्सुक लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा।
उधर कर्नलगंज व कटरा में मेले जैसी स्थिति रही। रोशनी की आकर्षक सजावट की गई। इस अवसर पर कटरा रामलीला कमेटी की ओर से अश्वनी केसरवानी, विनोद केसरवानी, राकेश चौरसिया, विनोद कुमार गुप्ता सहित कई अन्य पदाधिकारी व सदस्य भी मौजूद रहे।