इलाहाबाद विश्वविद्यालय में नेता निर्माण कूप को बचाने के लिए आगे आए अनशनकारी छात्र, लिया संरक्षण का संकल्प
ऐतिहासिक कुएं के मरम्मत के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को भी पत्र लिखा गया है। इसमें बताया गया कि आपातकाल के गवाह रहे इस कुएं पर सियासी दिग्गज अपनी रणनीति बनाते थे। सिर्फ प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की बौद्धिक और सृजनात्मक गतिविधियों को दिशा देते थे।
प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विवि के कला संकाय स्थित संस्कृत विभाग के सामने स्थित ऐतिहासिक नेता निर्माण कूप को बचाने के लिए अब अनशनकारी आगे आ गए हैं। छात्रसंघ बहाली के लिए छात्रनेता अजय यादव सम्राट की अगुवाई में छात्रों नेे कुएं के चबूतरे पर बैठकर इसके अस्तित्व को बचाने का संकल्प लिया फिर प्राक्टोरियल बोर्ड के सदस्य प्रोफेसर केएन उत्तम को ज्ञापन सौंपा।
आपातकाल का भी गवाह है यह कुआं
ऐतिहासिक कुएं के मरम्मत के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को भी पत्र लिखा गया है। इसमें बताया गया कि आपातकाल के गवाह रहे इस कुएं पर सियासी दिग्गज अपनी रणनीति बनाते थे। सिर्फ प्रदेश ही नहीं बल्कि देश की बौद्धिक और सृजनात्मक गतिविधियों को दिशा देते थे। लाल पदमघर ने इसी कुएं के चबूतरे पर बैठ कर जिला कचहरी में तिरंगा फहराने की योजना यही से बनाई थी। इसी क्रम में अनेकों राजनेता नौकरशाह शिक्षाविद इसी ग्रुप से अपना भौतिक विकास और कौशल प्रकट्य किया। देश की ऐतिहासिक धरोहरों और सृजनात्मक स्थल वर्तमान पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत का कार्य करते हैं और अपने गौरवशाली अतीत के बोलते संकेत हैं। आज जो जर्जर स्थिति है उससे यह स्पष्ट होता है कि हम अपने गौरवशाली अतीत के लिए कितने सहज और असंवेदनशील हैं। इस दौरान हरेंद्र यादव, राहुल पटेल, नवनीत यादव, मसूद अंसारी, धीरज सरोज, दुर्गेश प्रताप सिंह, विकास नायक, अनिकेश कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।