मनमोहन पार्क पर हुए बवाल में 18 अंत:वासियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज Prayagraj News
मनमोहन पार्क चौराहे पर सोमवार रात करीब आठ बजे 15-20 युवकों ने बमबाजी की थी जिससे साड़ी के शोरूम राज रतन और दो कार के कांच टूट गए थे। धमाकों से भगदड़ मच गई थी
प्रयागराज,जेएनएन। मनमोहन पार्क चौराहे के पास सोमवार रात दुकानों तथा गाडिय़ों पर बमबाजी और पथराव की घटना में पुलिस ने 18 अंत:वासियों पर मुकदमा दर्ज किया है। दो हमलावर पकड़ भी लिए गए हैं। अन्य की तलाश जारी है। उधर मंगलवार को व्यापारियों ने घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। पुलिस अफसरों के साथ बैठकर अपनी समस्या बताई।
दुकानों और वाहनों पर की थी बमबाजी और तोडफोड
मनमोहन पार्क चौराहे पर सोमवार रात करीब आठ बजे 15-20 युवकों ने बमबाजी की थी जिससे साड़ी के शोरूम राज रतन और दो कार के कांच टूट गए थे। धमाकों से भगदड़ मच गई थी। हमलावर हिंदू हॉस्टल की तरफ भागे थे। स्थिति संभालने के बाद रात में एसपी सिटी बृजेश श्रीवास्तव ने पुलिस बल के साथ हिंदू हॉस्टल में छापा मारा लेकिन सभी कमरों में ताले लगे थे। आधी रात नौ युवकों को अलग स्थानों से पकड़ लिया गया। हालांकि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने के बाद सात को छोड़ दिया।
व्यापारियों ने बंद कराया बाजार
रात की घटना से आक्रोशित पटरी दुकानदारों ने मंगलवार को 11 बजे पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे लगाते हुए साड़ी शोरूम समेत अन्य दुकानों को बंद करा दिया। हालांकि मंगलवार की साप्ताहिक बंदी की वजह से वैसे भी ज्यादातर दुकानें नहीं खुली थीं। सिविल डिफेंस के स्टाफ अफसर रवि शंकर द्विवेदी, पार्षद आनंद अग्रवाल, अजय यादव की मदद से लोगों को शांत कराया। एसपी सिटी ने लोगों को बताया कि रात में हुए बवाल में किसी ने तहरीर नहीं दी है। ऐसे में पुलिस ने खुद बलवा, तोडफ़ोड़, हत्या की कोशिश समेत कई धाराओं में मुकदमा लिखा है जिसमें ङ्क्षहदू हॉस्टल के 18 अंत:वासियों को चिह्नित कर नामजद किया गया है। अन्य लोगों की पहचान भी की जा रही है। उनकी गिरफ्तारी करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र लिखकर नामजद आरोपितों का पता मांगा गया है। इसके बाद पुलिस टीम आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए उनके गृह जनपद भेजी जाएगी।
लग सकता है रासुका
रोज रोज की अराजकता से नाराज पुलिस ने ऐसा मुकदमा लिखा है जिससे आरोपितों पर रासुका भी लग सकता है। इसमें साल भर जमानत नहीं हो सकेगी। कटरा चौकी प्रभारी विनोद कुमार ने तहरीर दी कि रात साढ़े आठ बजे वह सिपाही अमित के साथ गश्त के दौरान मनमोहन पार्क चौराहे पर शिवम पेंट के सामने खड़े हुए तभी 20- 25 लड़के हिंदू हॉस्टल की तरफ से आए और राज रतन साड़ी शोरूम की तरफ 8-10 बम फेंके। शोरूम कर्मचारियों, राहगीरों और दुकानदारों पर जानलेवा हमला किया गया। बम धमाकों से भगदड़ मच गई। सभी दुकानें एकाएक बंद हो गई। लोग चीख पुकार करते हुए जान बचाने के लिए इधर उधर भागने लगे। सड़क पर दो बम और हर तरफ बमों के अवशेष पड़े थे। दोनों बम को पानी में डालकर निष्क्रिय किया गया। सीओ सत्येंद्र तिवारी के मुताबिक, सरेशाम बम धमाका कर लोक शांति भंग करना रासुका के तहत आता है। बेवजह ऐसी अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
बदले के लिए हमला
उपनिरीक्षक विनोद कुमार द्वारा दर्ज मुकदमे में लिखा गया है कि सोमवार रात बम हमला बदले की नीयत से किया गया था। रविवार रात हिंदू हॉस्टल के अभिषेक यादव को पीटा गया था जिसमें पुलिस ने रिपोर्ट लिखकर तीन दुकानदारों को पकड़ा था। उपनिरीक्षक ने लिखा है कि भाग रहे लड़कों में 18 की पहचान की गई जिनके नाम मृदुल तिवारी, विकास राय, तेजस्वी सिंह, प्रभात द्विवेदी, अमन गुप्ता, सिद्धार्थ सिंह, राजीव यादव, शैलेश यादव, उत्कर्ष सिंह, राजीव रंजन सिंह, प्रकाश शुक्ला, अभिषेक द्विवेदी, विश्वजीत सिंह, श्रेयश सोनकर, दीप सिद्धार्थ यादव, अन्नू पासी, गौरव यादव और पंडित है। किसी का पता नहीं मिल पाया है।
रविवार रात पुलिस पर फेंके थे बम
सोमवार रात बमबाजी से पहले रविवार आधी रात भी गश्त पर निकले उपनिरीक्षक अशोक कुमार पर हिंदू हॉस्टल चौराहे के पास बम फेंककर आठ- 10 अज्ञात युवक हॉस्टल में घुस गए थे। उपनिरीक्षक ने इस घटना में मुकदमा लिखाया है।