Water Conservation: प्रयागराज में बारा का लेदरी तालाब इंसानों और पशुओं के लिए बना है सहारा
वैसे तो बारा इलाके में 20 तालाब हैं मगर इनमें 15 तालाब सूख गए हैं। सिंगियाहवा तालाब पिपरहवा तालाब बल्दुआ तालाब दमोद्रहवा तालाब और लेदरी तालाब में अभी भी पर्याप्त पानी मौजूद है। इनमें लेदरा तालाब सबसे बड़ा है। बारा खास स्थित यह तालाब लगभग चार बीघा में फैला है।
प्रयागराज, जेएनएन। जनपद में गर्मी की शुरूआत के साथ ही पानी की भारी किल्लत होने लगती है। खासतौर पर उन इलाकों में जहां पानी की कमी रहती है और भूजल स्तर नीचे जा चुका है वहां तो बेहद मुश्किल हालात बन जाते हैं। यमुनापार का शंकरगढ़ और बारा इलाका पानी का संकट झेलता आया है मगर कुछ ऐसे तालाब हैं जो साल भर लबालब रहने की वजह से गर्मी के दौरान इंसान और पशुओं के लिए सहारा बने रहते हैं।
अब 20 में पांच ही तलाब हैं पानी से भरे
इनमें एक तालाब है बारा इलाके का लेदरा तालाब। वैसे तो बारा इलाके में 20 तालाब हैं मगर इनमें 15 तालाब सूख गए हैं। सिंगियाहवा तालाब, पिपरहवा तालाब, बल्दुआ तालाब, दमोद्रहवा तालाब और लेदरी तालाब में अभी भी पर्याप्त पानी मौजूद है। इनमें लेदरा तालाब सबसे बड़ा है। बारा खास स्थित यह तालाब लगभग चार बीघा में फैला है। यह तालाब 60 साल पुराना है। हर पाँच साल में बोली लगाकर इसे तहसील से एग्रीमेंट कर दिया जाता है। इसमें मछली पालन का व्यवसाय भी किया जा रहा है। इसी तालाब से लगा प्रयागराज बांदा हाइवे पर एक कुंआ है जिसे लेदरी कुंआ के नाम से जाना जाता है। इस कुआं का भी पानी कभी कम नही होता। इस कुआं का पानी लेने के लिए बहुत दूर दूर के गांव के लोग आते रहते है। इसका पानी बहुत ठंडा और मीठा रहता है।
तालाब के पानी से होती है खेतों की सिंचाई
लेदरा तालाब से बारा खास के अगल बगल के लोग इससे खेतों की सिंचाई करते हैं। यह तालाब बारा तिराहे के ठीक पीछे स्थित है। इस भयंकर गर्मी में भी इसमें पानी कम नही हुआ। तालाब में पहले कई गांव के लोग स्नान करने आते थे। इस तालाब से जानवरो को भी पीने का पानी मिलता है। इस गर्मी में क्षेत्र के कई मजरे के जानवर वही पानी पीने आते है और इतना साफ सुथरा रहता है की लोग आज भी स्नान कर लेते है इसी तालाब के बगल में विद्यालय स्थित है वही पर एक तरफ मार्केट बनी हुई है और तालाब के अगल बगल लाईट भी लगी है यह तालाब रात को देखने बहुत अच्छा दिखता है