यूथ पार्लियामेंट में राज्यसभा का गठन, चुने गए स्पीकर
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : जागरण यूथ पार्लियामेंट (जेवाइपी) राज्यसभा का गठन रविवार को किया
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : जागरण यूथ पार्लियामेंट (जेवाइपी) राज्यसभा का गठन रविवार को किया गया। पिछले वर्ष लोकसभा में चयनित 10 युवा सांसद भी इस बार भाग ले रहे हैं। दो दिवसीय मानसून सत्र के पहले दिन सिविल लाइंस स्थित होटल ट्यूलिप में युवा सांसदों ने युवा संसद की कार्यवाही में भाग लिया। दैनिक जागरण के नॉलेज पार्टनर टफ-होप के राजेश राम ने युवा सांसदों को राज्यसभा में होने वाली गतिविधियों की जानकारी दी। पहले दिन ऑनलाइन वोटिंग के माध्यम से स्पीकर, नेता सदन एवं नेता विपक्ष का चयन किया गया। सोमवार को डेटा प्रोटेक्शन बिल के स्वरूप पर चर्चा होगी।
पहले दिन युवा संसद की राज्यसभा के लिए ड्राफ्ट के स्वरूप को समझाया गया। नवीन कार्यवाही के अंतर्गत राज्यसभा में दूसरे दिन प्रस्तुत होने वाले बिल के मुद्दों पर चर्चा की गई। टफ-होप के राजेश राम ने यूथ पार्लियामेंट के राज्यसभा सदस्यों को आगामी कार्यवाही के अंतर्गत प्रस्तुत होने वाले बिल का प्रारूप समझाया। युवा सांसदों ने कई मुद्दों पर चर्चा की। ऑनलाइन वोटिंग के माध्यम से मुद्दों के चयन के लिए सासद अपनी-अपनी दावेदारी पेश की। यूथ पार्लियामेंट के उच्च सदन के इस सत्र में पिछले साल जेवाइपी लोकसभा में चुने गए 50 में 10 युवा सांसद भाग ले रहे हैं। इन सदस्यों ने ऑनलाइन वोटिंग के माध्यम से स्पीकर, नेता सदन और नेता विपक्ष का चयन किया। सरकार-विपक्ष के सदस्यों का चयन किया गया। यूथ पार्लियामेंट के सदस्यों ने ऑनलाइन वोटिंग के माध्यम से चुनाव प्रक्रिया संपन्न कराई। शांभवी शुक्ल को सर्वाधिक वोट के साथ स्पीकर चुना गया। नेता विपक्ष को राहुल त्रिपाठी को चुना गया। नेता सदन पद के लिए अमन मौर्य के नाम पर सहमति बनी। सत्ता पक्ष की ओर से पांच सदस्य शामिल किए गए हैं। इसमें अमन मौर्य, हर्ष पांडेय, आशीष सिंह, ध्रुव शुक्ल और राकेश कुमार हैं। इसी प्रकार विपक्ष के सदस्यों में आनंद गंगवार, जितेंद्र पांडेय, आजाद सिंह और राहुल त्रिपाठी शामिल है।
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सभी ने पेश की दावेदारी
यूथ पार्लियामेंट के उच्च सदन में सदस्यों के चयन के पहले दूसरे दिन होने बनने वाले बिल पर चर्चा की। ज्वलंत एवं समसामयिक मुद्दों पर युवा सांसदों ने अपनी दावेदारी पेश की। सदस्यों ने डिजिटल डेटा प्रोटेक्शन, वोकेशनल ट्रेनिंग एंड एक्ट्रा कैरिकुलर, संसद सदस्यों के लिए समुचित योग्यता और अहर्ता निर्धारण, शैक्षिक रोजगार मुद्दे पर खुलकर चर्चा हुई। दूसरे दिन सोमवार को चर्चा के लिए डिजिटल डेटा प्रोटेक्शन बिल को चुना गया। अमन मौर्य के इस मुद्दे के अंतर्गत डेटा प्राइवेसी, डेटा हैकिंग और लीक होने की स्थिति में देश पर होने वाले संकट पर पर बात चर्चा हुई। संदर्भ में आइटी अमेंडमेंट बिल 2018 को शामिल करते हुए साइबर सिक्योरिटी से जुड़ी बातों को विस्तार से बताया गया। शांभवी शुक्ला ने ट्रांसजेंडर इक्विलिटी, ट्रांसजेंडर पर्सन प्रोटेक्शन ईश्यू पर अपना पक्ष रखा। हर्ष पांडेय और जितेंद्र पांडेय ने शैक्षिक रोजगार मुद्दे को राज्यसभा में दूसरे दिन रखने के लिए तर्क दिए। उन्होंने सामान्य स्नातक और परास्नातक छात्रों को नौकरी मिलने की समस्या और वोकेशनल ट्रेनिंग की जरूरत को रेखांकित किया। आनंद गंगवार ने वोकेशनल ट्रनिंग के जरिए रोजगार के सृजन को लेकर अपना तर्क रखा। हालांकि पांच में से केवल एक इश्यू को बिल के रूप में तैयार करने के लिए चुना गया। गौरतलब है कि देश की युवा पीढ़ी को राजनीति व संविधान के बारे में जागरूक व शिक्षित करने के लिए दैनिक जागरण ने अपने सामाजिक सरोकार के तहत जागरण यूथ पार्लियामेंट की शुरुआत पिछले साल की थी। पिछले सत्र में इसमें बड़ी तादाद में युवाओं ने सहभागिता की थी। गत वर्ष जागरण यूथ पार्लियामेंट में लोकसभा के लिए चयनित 50 युवा सांसदों में निर्धारित संख्या में राज्यसभा में भाग ले रहे हैं।