Coronavirus effect : बदल सकता है राज्य विश्वविद्यालय के परास्नातक स्तर की सेमेस्टर परीक्षाओं का प्रारूप Prayagraj News
परीक्षा की अवधि घटाने पर एक दिन में तीन पाली में परीक्षा लेने से समय से परीक्षा में समाप्त कराई जा सकती है। कई अन्य विश्वविद्यालय इसी पैटर्न पर परीक्षा कराने की तैयारी में हैं।
प्रयागराज,जेएनएन। प्रोफेसर राजेंद्र सिंह (रज्जू भइया) राज्य विश्वविद्यालय के परास्नातक स्तर की सेमेस्टर परीक्षाओं का प्रारूप इस वर्ष बदलने की उम्मीद है। दो घंटे के प्रश्न पत्र में बहुविकल्पीय आधारित 100 सवाल पूछे जाएंगे। परीक्षार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तर्ज पर ओएमआर शीट पर सही जवाब के आगे केवल गोला भरना होगा। कोरोना वायरस के संक्रमण और लॉकडाउन के चलते यह परिवर्तन सिर्फ इसी वर्ष के लिए किया जा रहा है।
नए सत्र को प्रभावित होने से बचाने की कवायद
दरअसल, कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देशव्यापी लॉकडाउन घोषित होने से राज्य विश्वविद्यालय की परीक्षाएं बीच में ही स्थगित कर दी गईं। अब विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ शासन भी नया सत्र प्रभावित होने से बचाने की कवायद में जुट गया है। इसके लिए प्रश्नपत्र का प्रारूप बदले जाने को लेकर लंबे समय से मंथन चल रहा था। उम्मीद भी जताई जा रही है कि इस बदलाव से सत्र नियमित करने में आसानी होगी। परीक्षा की अवधि घटाने पर एक दिन में तीन पाली में परीक्षा लेने के साथ समय से परीक्षा में समाप्त कराई जा सकती है। राज्य के कई विश्वविद्यालय इसी पैटर्न पर परीक्षा कराने की तैयारी में हैं।
उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में होगी आसानी
इस बदलाव से उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में आसानी होगी। इसके अलावा ओएमआर शीट की स्कैनिंग कर विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द ही परिणाम भी घोषित कर सकेंगे। साथ ही नए शैक्षणिक सत्र में दाखिले की कवायद और कक्षाओं का संचालन भी शुरू कर दिया जाएगा। इस संदर्भ में कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव का कहना है कि यदि शासन की तरफ से कोई निर्देश मिलता है तो सेमेस्टर परीक्षाओं के प्रारूप में बदलाव किया जाएगा।