टेक्नोक्रेट्स सीखेंगे योग-ध्यान के गुर
अमरीश शुक्ल, इलाहाबाद : भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइआइटी) झलवा, इलाहाबाद में अब टेक्नोक्र
अमरीश शुक्ल, इलाहाबाद : भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइआइटी) झलवा, इलाहाबाद में अब टेक्नोक्रेट्स नियमित कोर्स साथ योग और ध्यान की भी पढ़ाई कर सकेंगे। निदेशक प्रो. पी. नागभूषण ने दो-दो क्रेडिट वाले योग तथा ध्यान के नए कोर्स शुरू करने की घोषणा की है। इसे एडऑन विषय के रूप में कोई भी बीटेक या एमटेक का छात्र ले सकता है।
ट्रिपलआइटी ने अपने यहां पढ़ रहे टेक्नोक्रेट्स को जीवन कौशल में भी आगे रहने के लिए च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के तहत कई एडऑन कोर्स शुरू किए हैं। मौजूदा शैक्षिक सत्र में योग और ध्यान भी इसमें जुड़ जाएगा। निदेशक प्रो. पी. नागभूषण कहते हैं कि इस कोर्स को शुरू करने का मकसद टेक्नोक्रेट्स को बेहतर लाइफ मैनेजमेंट सिखाना है। दरअसल, यही युवा आगे चलकर किसी संस्थान के स्तंभों में एक होंगे और कॉरपोरेट सेक्टर को नई दिशा देंगे। तनाव तथा दबाव के बीच योग व ध्यान उन्हें संतुलन देगा। निदेशक के मुताबिक कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिससे ऐसा लगता है कि व्यावसायिक जीवन में आने वाले प्रोफेशनल्स का पारिवारिक व सामाजिक जीवन उतना बेहतर नहीं है, जितना होना चाहिए। कोई भी छात्र योग को अपने मूल कोर्स के साथ चुन सकता है। ध्यान का अध्ययन करने वाले प्रोफेशनल्स को पहले योग की पढ़ाई करनी होगी। योग व ध्यान को पढ़ाने के लिए इस क्षेत्र के विशेषज्ञों की नियुक्ति भी की जानी है। यह नियुक्ति विजिटिंग फैकल्टी के तौर पर होगी।
कोर्स पर चल रहा है मंथन : संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी व ध्यान -योग विशेषज्ञ पंकज मिश्र को सिलेबस तैयार करने और इसे संचालित करने की जिम्मेदारी दी गई है। पंकज का कहना है कि कोर्स पर अभी मंथन चल रहा है। निश्चित तौर पर ध्यान और योग चेतना और मन को वश में करने का सबसे बेहतर तरीका है।
कुछ ऐसा होगा सिलेबस : योग : क्या है योग, प्रकार और उसके फायदे, विभिन्न यौगिक क्रियाएं, पतंजलि योग सूत्र, आष्टांग योग। ध्यान : क्या है ध्यान, प्रकार, लाभ, बीमारियों में होने वाले फायदे। व्यक्तित्व पर असर।