E-Pathshala में पढ़ेंगे बच्चे, अभिभावकों को दीक्षा एप डाउनलोड कराएंगे शिक्षक Prayagraj News
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय खुल गए हैं। प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों को अभिभावकों के मोबाइल पर दीक्षा एप डाउनलोड कराना होगा व इसका ब्योरा विभाग को नियमित देना होगा।
प्रयागराज, जेएनएन। मिशन प्रेरणा के तहत संचालित ई-पाठशाला के लिए शिक्षक प्रतिदिन कम से कम 10 अभिभावकों से मिलकर दीक्षा एप उनके मोबाइल में डाउनलोड कराएंगे। प्रधानाध्यापकों और शिक्षकों ने कितने अभिभावकों को दीक्षा एप डाउनलोड कराया, इसका ब्योरा विभाग को नियमित देना होगा। बच्चों को निश्शुल्क किताबें और यूनिफार्म का भी वितरण शिक्षकों एवं अन्य स्टॉफ को कराना है।
शिक्षकों और कर्मचारियों के जिम्मे है काफी जिम्मेदारी
बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालय खुल गए हैं। शिक्षक और कर्मचारी विद्यालय जाने लगे मगर बच्चे अभी स्कूल नहीं आएंगे। ऐसे में शिक्षकों और व कर्मचारियों को आउट ऑफ स्कूल बच्चों को चिह्नित करने, दिव्यांग बच्चों का विवरण जुटाने समेत अन्य जिम्मेदारी सौंपी गई है। शिक्षक कैचमेंट एरिया में जाकर छह से 14 आयु वर्ग के आउट ऑफ स्कूल बच्चों को शिक्षक चिह्नित कर उनका विद्यालयों में पंजीकरण कराएंगे।
यह भी करना होगा
समर्थ कार्यक्रम के तहत गांवों, बस्तियों और मजरों में दिव्यांग बच्चों का विवरण जुटा कर उनका मोबाइल एप्लीकेशन पर रजिस्ट्रेशन कराएंगे। फिर श्रेणीवार दिव्यांग बच्चों का व्यक्तिगत शैक्षिक योजना तैयार कराएंगे। साथ ही एमडीएम के तहत कनवर्जन कास्ट की धनराशि बच्चों के अभिभावकों के खातों में भिजवाने की भी कवायद करनी है।
शिक्षकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण भी होगा
आपरेशन कायाकल्प के तहत विद्यालयों में जलापूर्ति, शौचालय, रसोईघर, ब्लैक बोर्ड, फर्श पर टाइल्स, रंगाई-पुताई, बिजली कनेक्शन आदि इंतजामों की निगरानी की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। मानव संपदा पोर्टल पर बचे शिक्षकों और कर्मचारियों का सेवा विवरण भी ऑनलाइन फीड कराने का काम करना होगा। शिक्षकों के ऑनलाइन प्रशिक्षण के भी कार्यक्रम होंगे।