Dev Deepawali 2020 : प्रयागराज के संगम तट पर कल होगा भव्य दीपोत्सव, शिक्षकों को मिली है आयोजन की जिम्मेदारी
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि 30 नवंबर को देव दीपावली मनाई जाएगी। इसे लेकर डीएम भानुचंद्र गोस्वामी की अध्यक्षता में बैठक हो चुकी है। पिछले वर्ष की तरह इस बार भी आयोजन को बेहतर ढंग से करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज में देव दीपावली पर्व मनाने की तैयारी जोरों पर है। इस विशेष पर्व काशी और अयोध्या की तरह प्रयागराज में भव्यता से मनाने की तैयारी है। गंगा-यमुना के संगम तट पर 30 नवंबर को आयोजित होगा। इस दौरान भव्य दीपोत्सव होगा। आयोजन में परिषदीय स्कूलों के शिक्षक भी सहयोग करेंगे। इसके लिए पिछले दिनों जिलाधिकारी ने बैठक कर अफसरों को दिशा निर्देश दिए हैं। अब जिले के सभी विकासखंड के शिक्षकों को दीपक जलाने का लक्ष्य भी तय कर दिया गया है।
तैयारी को लेकर डीएम व बीएसए की बैठक
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी संजय कुशवाहा ने बताया कि 30 नवंबर को देव दीपावली मनाई जाएगी। इसे लेकर डीएम भानुचंद्र गोस्वामी की अध्यक्षता में बैठक हो चुकी है। पिछले वर्ष की तरह इस बार भी आयोजन को बेहतर ढंग से करने के प्रयास किए जा रहे हैं। हर साल संगम के किनारे नागवासुकी मंदिर से लेकर सरस्वती घाट, किलाघाट व झूंसी की तरफ, अरैल घाट पर भी लोग देव दीपावली के उपलक्ष्य में दीपक व मोमबत्तियां जलाते हैं। खासकर संगम तट पर बड़ा आयोजन होता है।
प्रत्येक ब्लाक से 250 दीए जलाएं जाएंगे
इस आयोजन में आम जनमानस के साथ ही सरकारी तौर पर भी कुछ प्रयास किए जाते हैं। उसी क्रम में इस बार भी लक्ष्य तय किए गए हैं। प्रत्येक ब्लाक से 250 दीए जलाएं जाएंगे। परिषदयी स्कूलो के शिक्षकों की तरफ से कुल 5250 दीप प्रज्जवलित होंगे। सभी के लिए क्षेत्र भी तय कर दिया गया है। इसकी निगरानी को पर्यवेक्षक प्रेम प्रकाश सिंह व प्रभारी राजस्व निरीक्षक सत्येश मिश्र बनाए गए हैं। शिक्षकों को निर्देश है कि वह 3:30 बजे अनिवार्य रूप से संगम के किनारे अपने सेक्टर में पहुंच जाएं और दीप प्रज्जवलित करने की व्यवस्था में लग जाएं।