थर्मल पॉवर प्लांट को अब टाटा ग्रुप चलाएगा, हासिल किए अधिकार
थर्मल पावर प्लांट जो अभी तक जेपी समूह के हाथ में था, अब टाटा ग्रुप उसे चलाएगा। अडानी और जिंदल ग्रुप को पछाड़कर यह अधिकार हासिल किया।
प्रयागराज : बारा स्थित जेपी समूह के थर्मल पॉवर प्लांट को अब टाटा ग्रुप चलाएगा। टाटा ग्रुप ने अडानी और जिंदल ग्रुप की दावेदारी को पछाड़ते हुए यह अधिकार हासिल कर लिया है। यही नहीं, जेपी का सीमेंट प्लांट भी बिड़ला समूह की अल्ट्राटेक कंपनी ने खरीद लिया है।
बारा में मिश्रा का पुरवा स्थित प्रयागराज पॉवर जेनरेशन कंपनी लिमिटेड (पीपीजीसीएल) ने वर्ष 2010 में पावर प्लांट का निर्माण शुरू किया था, जो वर्ष 2015 में पूरा हो गया। उस साल प्लांट में विद्युत उत्पादन भी शुरू हो गया। प्लांट में 660 मेगावाट की तीन यूनिट स्थापित की गई है। तीनों से उत्पादन भी हो रहा है।
जेपी ग्रुप बैंकों का कर्ज नहीं चुका पा रहा था
तीनों से उत्पादन भी हो रहा है। बावजूद इसके जेपी ग्रुप कई राष्ट्रीयकृत बैंकों से लिए कर्ज को चुका नहीं पा रहा था। यह सारे कर्ज स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की जिम्मेदारी पर लिए गए थे। कर्ज वापस न होने की स्थिति में भारतीय रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप करने पर एसबीआइ ने प्लांट का संचालन अपने हाथ में ले लिया था। कुछ माह पूर्व इस प्लांट की नीलामी के लिए निविदाएं आमंत्रित की गईं, जिसमें टाटा, अडानी और जिंदल समूह ने भागीदारी की। आखिरकार टाटा समूह को प्लांट मिल गया।
जेपी सीमेंट प्लांट को बिड़ला की अल्ट्राटेक कंपनी ने लिया
इसी प्लांट के परिसर में जेपी की सीमेंट कंपनी भी है, जिसे बिड़ला की अल्ट्राटेक कंपनी ने लिया है। इसमें अल्ट्राटेक ने अपना उत्पादन शुरू भी कर दिया है। इस बाबत पॉवर प्लांट के सीनियर मैनेजर मुसाफिर दुबे ने बताया कि जो भी प्रक्रिया चल रही है वह मुख्यालय से हो रही है।
क्या कहते हैं एसडीएम बारा
एसडीएम बारा डीएन पाठक ने बताया कि हैंडओवर को लेकर लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए प्रबंधन से वार्ता हो चुकी है।
डीएम ने कहा
डीएम सुहास एलवाई कहते हैं कि टाटा ग्रुप ने जेपी समूह के पॉवर प्लांट को ले लिया है। हैंडओवर को लेकर सभी औपचारिकताएं लगभग पूरी हो चुकी हैं। प्रशासन की मंशा है कि प्लांट सुचारु रूप से चले।