Corona virus news Prayagraj : 60 साल से अधिक उम्र के कोरोना मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए मनोचिकित्सकों का सहारा
स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि 60 साल से उपर के मरीजों में लक्षण हैं या नहीं उन्हेंं कोविड अस्पताल में भर्ती होना पड़ेगा। दो दिन पहले 60 साल का एक मरीज अस्पताल न जाने की जिद पर अड़ गया। उसे भर्ती कराने के लिए पुलिस बुलानी।
प्रयागराज, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट कर दिया है कि ऐसे कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति नहीं दी जाएगी जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा होगी। इतना ही नहीं उन मरीजों के लिए भी यही व्यवस्था की गई है जो कोरोना संक्रमित होते हुए दूसरी बीमारियों जैसे, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर या कोई दीर्घकालिक गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं।
होम आइसोलेशन पर देते हैैं जोर
जब से होम आइसोलेशन की व्यवस्था शुरू हुई तभी से हर कोरोना मरीज कोविड अस्पताल में जाकर भर्ती होने के बजाय होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति मांग रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया है कि 60 साल से उपर के मरीजों में लक्षण हैं या नहीं उन्हेंं कोविड अस्पताल में भर्ती होना पड़ेगा। दो दिन पहले 60 साल का एक कोरोना संक्रमित मरीज अस्पताल न जाने की जिद पर अड़ गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराने के लिए पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी फिर वह अस्पताल में जाकर भर्ती हुआ।
मनोचिकित्सक समझाएंगे संक्रमितों को
सीएमओ डॉ. जीएस वाजपेयी ने अब ऐसे लोगों को अस्पताल भेजने के लिए मनोचिकित्सकों का सहारा लिया है। 60 साल से अधिक उम्र के मरीजों से संपर्क करके मनोचिकित्सक उन्हेंं अस्पताल में भर्ती होने के लिए प्रेरित करेंगे। मनोचिकित्सक डॉ. राकेश पासवान ने बताया कि हमारी टीम ऐसे मरीजों से संपर्क करके उन्हेंं प्रेरित करेगी कि वह अस्पताल जाएं और स्वस्थ रहें।
मोबाइल पर कॉल कर करेंगे काउंसिलिंग
मोतीलाल नेहरू मंडलीय अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉ.राकेश पासवान ने बताया कि इस पहल की शुरूआत गुरूवार से हो चुकी है। हमने साठ वर्ष से अधिक उम्र के संक्रमित के साथ अन्य दूसरी बीमारियों से जूझने वाले मरीजों की सूची तैयार कर ली है। अब उन मरीजों से संपर्क कर उन्हें अस्पताल में भर्ती होने के लिेए प्रेरित करेंगे।