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Coronavirus Prayagraj (Allahabad) News : कोरोना वायरस के काल में बुजुर्गों की करें अतिरिक्त देखभाल

अब तक नौ मरीजों की मौत हुई है। इसमें से छह बुजर्ग रहे और वह पहले से ही हृदय या लिवर जैसी किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त रहे। इस वजह से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम रही।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Thu, 16 Jul 2020 06:18 PM (IST)Updated: Fri, 17 Jul 2020 06:55 AM (IST)
Coronavirus Prayagraj (Allahabad) News : कोरोना वायरस के काल में बुजुर्गों की करें अतिरिक्त देखभाल

प्रयागराज, जेएनएन। पडोसी जनपद प्रतापगढ़ में कोरोना के केस औसतन हर दिन मिल रहे हैं। कभी कम तो कभी अधिक। इससे लोगों पर खतरा बना हुआ है। कोरोना का संक्रमण किसे हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता। बगल से गुजरने वाला कौन व्यक्ति संक्रमण बांट रहा है, यह कह पाना भी मुश्किल है। कोरोना काल में वैसे तो हर किसी पर खतरा है, पर बुजुर्गों के लिए यह खतरा कई गुना अधिक होता है। अगर वह बीमार हैं तो और भी सतर्क रहने की जरूरत है।

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बुजुर्गों के लिए ज्‍यादा खतरनाक है कोरोना वायरस का संक्रमण

 अब तक मिले डेढ़ सौ से अधिक केस में वैसे तो हर आयु वर्ग के मरीज शामिल हैं, पर मरने वालों में ज्यादातर बुजुर्ग ही हैं। अब तक नौ मरीजों की मौत हुई है। इसमें से छह बुजर्ग रहे और वह पहले से ही हृदय या लिवर जैसी किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त रहे। इस वजह से उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम रही और वह कोरोना रूपी काल के गाल में समा गए। ऐसे लोगों को डाक्टर की सबसे बड़ी सलाह यह है कि उनकी इम्युनिटी जितनी हो सके, बढ़ाएं।

कुछ ऐसे रहे केस

शहर के दहिलामऊ में 80 साल के बुजुर्ग की मौत हो गई, जबकि इनकी बेटी ने कोरोना से लड़कर जंग जीत ली। पट्टी में 65 साल की जिस वृद्धा की मौत हुई, वह लकवा से ग्रस्त पहले से थी। उसी में कोरोना ने झटका दिया तो उसके प्राण न बचे। बाघराय में जिस मरीज की मौत हुई उसका इलाज पहले से मुंबई में चल रहा था। कुंडा के मझिलगांव में जिस महिला की मौत हुई, उसे किडनी संबंधी रोग था। इलाज मुंबई में चल रहा था। बाद में इसकी बहू की भी कोरोना से मौत हो गई। इसी इलाके के बरई गांव की 75 साल की जिस महिला की मौत हुई, उसे मधुमेह ने जकड़ रखा था। इस तरह उम्रदराज व अस्वस्थ लोगों पर कोरोना का हमला तेजी से हो रहा है। 

इन बातों को न भूलें

बुजुर्गों की देखरेख इन दिनों खास तौर पर करने की जरूरत है। जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. आर.पी. चौबे का कहना है कि बुजुर्गों को एसी में न रखें। ठंडे पानी से न नहलाएं। जिनको किडनी, मधुमेह, लिवर, हृदय, ब्लड प्रेशर, दमा आदि है, उनको कतई बाहर न निकलने दें। आंवले के उत्पाद और मौसमी फल खिलाएं। दूध में हल्दी डालकर दें। ब्लड प्रेशर व हृदय रोगी को छोड़कर बाकी को आयुर्वेदिक काढ़ा दें। बुखार, खांसी, सांस फूलने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लें।


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