एनसीआरईएस के केंद्रीय अध्यक्ष सैयद शकील हैदर ने संघ के संविधान निर्माण में निभाई थी अहम भूमिका Prayagraj News
महामंत्री आरपी सिंह ने बताया कि वह वर्ष 1982 से संघ से जुड़े रहे। नया जोन बनने के बाद सात सितंबर 2006 को वह प्रयागराज मंडल के मंडल अध्यक्ष बने। दिसंबर 2014 में वह मुख्य टिकट निरीक्षक पद से टूंडला में सेवानिवृत हुए।
प्रयागराज,जेएनएन। नार्थ सेंट्रल रेलवे इम्पलाईज संघ (एनसीआरईएस) के केंद्रीय अध्यक्ष सैय्यद शकील हैदर का कोरोना संक्रमण के बाद ब्रेन स्ट्रोक होने से दिल्ली के ऐशियन हास्पिटल में निधन हो गया। वह महीनेभर पहले संक्रमित हुए थे। इसके बाद आगरा के एक निजी अस्पताल में इलाज के बाद स्वस्थ होकर गृह जनपद टूंडला चले गए थे। तीन दिन पहले ब्रेन स्ट्रोक होने पर तत्काल दिल्ली के एशियन हास्पिटल ले जाया गया। जहां सोमवार सुबह करीब पांच बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। वह अपने पीछे चार बेटी व एक बेटे का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। आगरा के दयालबाग कब्रिस्तान में दफनाया गया।
2015 में एनसीआरईएस के अध्यक्ष मनोनीत हुए थे
महामंत्री आरपी सिंह ने बताया कि वह वर्ष 1982 से संघ से जुड़े रहे। नया जोन बनने के बाद सात सितंबर 2006 को वह प्रयागराज मंडल के मंडल अध्यक्ष बने। दिसंबर 2014 में वह मुख्य टिकट निरीक्षक पद से टूंडला में सेवानिवृत हुए। 16 जनवरी 2015 को एनसीआरईएस के केंद्रीय अध्यक्ष मनोनीत किए गए। 2016 में वह एनएफआइआर के जोनल सेक्रेटरी बनाए गए। बताया कि उनकी एनसीआरईएस गठन में भी अहम भूमिका रही। संघ के गठन के समय संघ के संविधान को बनाने वालो में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रयागराज स्थित कार्यालय में पदाधिकारियों ने दी श्रद्धांजलि
सिविल लाइंस स्थित केंद्रीय कार्यालय में सुबह 11 बजे महामंत्री आरपी सिंह के नेतृत्व में शोकसभा हुई। इसमें केंद्रीय अध्यक्ष सैय्यद शकील हैदर को श्रद्धांजलि दी गई। शोकसभा में कोविड प्रोटोकाल का ख्याल रखते हुए मंडल मंत्री गोबिन्द सिंह, केंद्रीय उपाध्यक्ष एसके मिश्रा, सहायक महासचिव आलोक सहगल, सत्य नारायण, राकेश चैधरी, सत्यम गुप्ता, बीके यादव, एके पोद्दार, अनिल यादव, सुरेन्द्र तिवारी, राजीव पांडेय, शास्त्री देवी, एसके शर्मा, योगेन्द्र वर्मा, पिन्टू सिंह, राम विनय कुमार आदि उपस्थित थे।