आरक्षण के खिलाफ तेज हुआ आंदोलन
आरक्षण के खिलाफ विरोध के स्वर मुखर हो गए हैं। गुरुवार को आरक्षण समीक्षा मोर्चा ने सांसदों की प्रतीकात्मक शवयात्रा निकालकर विरोध जताया।
जागरण संवाददाता, इलाहाबाद : एससी/एसटी एक्ट व पदोन्नति में आरक्षण के खिलाफ विरोध तेज होता जा रहा है। केंद्र सरकार के निर्णय के खिलाफ गुरुवार को सैकड़ों लोग सड़क पर उतरे। आरक्षण समीक्षा मोर्चा के बैनर तले हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान चार सांसदों की प्रतीकात्मक शवयात्रा निकाली गई। हनुमत निकेतन से निकली शव यात्रा पत्रिका चौराहा, पीवीआर, पत्थर गिरजाघर होते हुए एजी आफिस चौराहा पहुंचकर सभा में तब्दील हो गई। संयोजक वीरेंद्र सिंह ने कहा कि संसद में अंग्रेजों की तर्ज पर काला कानून बनाया गया है, जिसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।
मो. फारूख नसीर ने कहा कि पदोन्नति में आरक्षण पास कराकर मोदी सरकार ने समाज में विघटन पैदा कर दिया है। इसके विरोध में मोदी सरकार को सत्ता से हटाया जाएगा। सतेंद्र सिंह ने कहा कि आरक्षण के खिलाफ आंदोलन चलता रहेगा। महामंत्री आरके सिंह चौहान ने कहा कि सरकार ने निर्णय न बदला तो आंदोलन देशव्यापी छेड़ा जाएगा। सवर्ण आर्मी के जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह रोहित ने कहा कि सवर्णो की उपेक्षा मोदी सरकार को भारी पड़ेगी। प्रदर्शन में राजनाथ तिवारी, डॉ. पृथ्वीनाथ पांडेय, आरपी चंद्रवंशी, आरके सिंह, मो. अहमद, राशिद अहमद आदि शामिल रहे।
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जारी है क्रमिक अनशन
राष्ट्रीय सवर्ण एकता मंच का जिलाधिकारी कार्यालय पर क्रमिक अनशन गुरुवार को 15वें दिन जारी रहा। अध्यक्षता कर रहे प्रशांत तिवारी ने एससी/एसटी एक्ट का विरोध करते हुए उसे वापस लेने की मांग की। कहा कि आरक्षण जाति के बजाय आर्थिक आधार पर मिलना चाहिए। अनशन में रजत मिश्र, राजन तिवारी, अमरीश मिश्र, सोनू तिवारी, सौरभ सिंह, पंकज शुक्ल, शशि त्रिपाठी शामिल रहे।