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स्कूल में बम धमाके का भी मास्टर माइंड था संदिग्‍ध आइएसआई एजेंट इंतेजार मेहंदी Prayagraj News

आइएसआइ का यह संदिग्ध सेना के गतिविधियों की जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को देता था। साथ ही सरहद से असलहों की सप्लाई भी करवाता था।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Fri, 20 Dec 2019 08:07 PM (IST)Updated: Fri, 20 Dec 2019 10:02 PM (IST)
स्कूल में बम धमाके का भी मास्टर माइंड था संदिग्‍ध आइएसआई एजेंट इंतेजार मेहंदी Prayagraj News
स्कूल में बम धमाके का भी मास्टर माइंड था संदिग्‍ध आइएसआई एजेंट इंतेजार मेहंदी Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन । पडोसी जनपद कौशांबी के करारी थाना क्षेत्र के स्थानीय कस्बे से आंध्र प्रदेश पुलिस के हत्थे चढ़ा आइएसआइ का संदिग्ध एजेंट इंतेजार मेहंदी स्कूल में बम धमाके का भी मास्टर माइंड था। पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज किया था। इतना ही नहीं, इराक भेजने के नाम पर छह दर्जन से अधिक लोगों से लाखों रुपये भी उसने ठगे थे। इसे लेकर दिल्ली पुलिस भी प्रकरण की जांच कर रही है।

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आंध्र प्रदेश पुलिस ने दबोचा

करारी कस्बे के नयागंज निवासी इंतेजार मेहंदी को गुरुवार की सुबह आंधप्रदेश के विजयवाड़ा से आई पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार किया था। आरोपित के बारे में टीम के निरीक्षक एम. अविनाश ने बताया कि उसके खिलाफ विजयवाड़ा में देशद्रोह का मुकदमा दर्ज है। आइएसआइ का यह संदिग्ध सेना के गतिविधियों की जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को देता था। साथ ही सरहद से असलहों की सप्लाई भी करवाता था। करारी थाने में लिखा-पढ़ी के बाद पुलिस उसे आंध्रप्रदेश लेकर चली गई।

स्‍कूल में बम धमाका करने के आरोप में पुलिस ने भेजा था जेल

हरकत में आए पुलिस अफसरों ने इंतेजार की कुंडली खंगालनी शुरू की तो पता चला कि वह फरवरी 2010 में स्कूल में बम धमाके का भी मास्टर माइंड है। मदर इंडिया प्राथमिक पाठशाला के समीप 23 फरवरी 2010 को ब्लास्ट किया गया था। मामले में स्कूल के प्रधानाध्यापक सरफराज हुसैन ने इंतेजार के खिलाफ केस दर्ज कराया था। जांच के दौरान कस्बे के ही रियाज की भी भूमिका संदिग्ध पाई गई। विवेचक रहे उपनिरीक्षक सीबी सिंह ने दोनों पर कार्रवाई करते हुए जेल भेजा। इतना ही नहीं, गुरुवार को इंतेजार की गिरफ्तारी के बाद जांच में एक और बात सामने आ रही है कि उसने दिल्ली में ट्रेवेल्स का आफिस खोल रखा था। ईराक भेजने के नाम पर कुछ साल पहले उसने छह दर्जन से अधिक लोगों से ठगी की थी। इसके बाद से कुछ महीनों के लिए दिल्ली से फरार हो गया।

फिर याद आया मूरी एक्सप्रेस ट्रेन हादसा

सैनी कोतवाली क्षेत्र के अटसराय गांव के समीप प्रयागराज से दिल्ली की ओर जा रही मूरी एक्सप्रेस चार साल पहले पलट गई थी। जांच में पता चला था कि पटरियों में लगे 10 से अधिक पेंड्रॉल निकाले गए हैं। इतना ही नहीं, पुलिसिया जांच में यह भी चर्चा में रहा कि यह हरकत आतंकियों की हो सकती है। फिर भी पुलिस अफसरों ने यह रिपोर्ट लगा कर प्रकरण को ठंडे बस्ते में डाल दिया कि अधिक गर्मी की वजह से पटरियां में तकनीकी समस्या आ गई थी। इंतेजार के पकड़े जाने के बाद लोगों का मानना है कि यदि पूरे प्रकरण की जांच की जाए तो कहीं न कहीं से कोई सुराग मिल सकता है और ट्रेन हादसे की बंद फाइल फिर से खुल सकती है।

एसपी कौशांबी बोले

पुलिस अधीक्षक कौशांबी अभिनंदन ने बताया कि आंध्रप्रदेश पुलिस ने गोपनीय तरीके से इंतेजार मेहंदी को करारी कस्बे से पकड़ा है। स्थानीय पुलिस ने इस प्रकरण को लेकर उनकी मदद की थी। कई सालों से वह जिले में रह रहा था। इसकी जांच खुफिया इकाइयों से कराई जा रही है। बम धमाका व ट्रेन हादसे में उसकी क्या भूमिका थी, कहां तक सच है। इसकी जांच कराई जा रही है। 


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