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दुकानों में शराब का हो गया है टोटा, सुरा प्रेमी परेशान

दुकानों में खपत के हिसाब से शराब की सप्लाई नहीं हो पा रही है। खास ब्रांड पर ओवररेटिंग की जा रही है। यह शराब के शौकीनों के लिए परेशानी का कारण बना हुआ है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Published: Sat, 13 Apr 2019 12:08 PM (IST)Updated: Sat, 13 Apr 2019 12:08 PM (IST)
दुकानों में शराब का हो गया है टोटा, सुरा प्रेमी परेशान

प्रयागराज : होली से पहले शुरू हुआ शराब का संकट अब तक खत्म नहीं हुआ है। इससे जहां सुराप्रेमियों को परेशानी हो रही है, वहीं आबकारी विभाग के राजस्व का नुकसान हो रहा है। 

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लोगों को नहीं मिल रहा मनपसंद ब्रांड

देशी शराब के शौकीनों को राहत जरूर मिली है, लेकिन अंग्रेजी व बीयर पीने वालों को मनपसंद ब्रांड नहीं मिल रही है। पापुलर और रेगुलर ब्रांड की कमी के कारण शौकीनों को परेशानी ज्यादा हो रही है। इसका फायदा उठाकर तमाम दुकानदार व सेल्समैन ओवररेटिंग यानी निर्धारित मूल्य से अधिक पैसा ले रहे हैं। 

दुकानों पर मांग के अनुरूप करीब 50 फीसद ही शराब की आपूर्ति

जिले में अब तक 199 अंग्रेजी और 190 बीयर की दुकानें खुल चुकी हैं। रोजाना लगभग 21 हजार बोतल अंग्रेजी शराब और 25 हजार बोतल बीयर की बिक्री होती है। जबकि इन दुकानों पर मांग के अनुरूप करीब 50 फीसद ही शराब पहुंच रही है। गर्मी का मौसम होने के कारण बियर की खपत बढ़ी है और केन की मांग भी ज्यादा है। डिस्टलरी से केन के बजाय बोतल वाली बीयर की सप्लाई हो रही है। 

बीयर के शौकीन केन को दे रहे तरजीह

मिलावट के डर से बीयर के शौकीन केन को अधिक तरजीह दे रहे हैं। फिलहाल मांग के अनुसार सप्लाई न मिलने से दुकानदारों को भी आर्थिक रूप से नुकसान हो रहा है।

बोले जिला आबकारी अधिकारी

जिला आबकारी अधिकारी एसबी माडवेल का कहना है कि जिले में देशी शराब की कमी नहीं है। कुछ खास ब्रांड की शराब की कमी ज्यादा है, जिसकी मांग की गई है। 


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