इलाहाबाद विश्वविद्यालय में मुचलके पर छूटने के बाद फिर अनशन पर बैठे छात्र Prayagraj News
पुलिस ने अनशनकारियों से उनके त्रिपाल गद्दे बैनर सब जब्त कर लिए थे। ऐसे में बुधवार को वह जमीन पर ही अनशन बैठ गए। छात्रों ने पोस्टर लिखा कि यहां अघोषित आपातकाल है बोलना मना है।
प्रयागराज,जेएनएन। अंतिम वर्ष-सेमेस्टर परीक्षा समेत पांच सूत्रीय मांगों को लेकर समाजवादी छात्रसभा (सछास) से जुड़े छात्रनेता अजय यादव सम्राट की अगुवाई में बुधवार को फिर से अनशन शुरू कर दिया गया। इन छात्रों को मंगलवार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। देर शाम सभी को निजी मुचलके पर छोड़ा गया था।
क्रमिक अनशन के 36वें दिन छात्रों की तरफ से अनशनस्थल से भारत सरकार और प्रदेश सरकार के अलावा इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस प्रशासन को खुला पत्र जारी किया गया।
बुधवार को जमीन पर ही अनशन पर बैठे छात्र
मंगलवार को पुलिस ने अनशनकारियों से उनके त्रिपाल, गद्दे, बैनर सब जब्त कर लिए थे। ऐसे में बुधवार को वह जमीन पर ही अनशन बैठ गए। छात्रों ने पोस्टर लिखा कि यहां अघोषित आपातकाल है बोलना मना है। खामोश रहिए अभिव्यक्ति की आजादी नहीं है। जनतंत्र अंतिम सांसे ले रहा है उसे ऑक्सीजन चाहिए। इस दौरान कुछ सवाल भी किये गए कि यदि क्रमिक अनशन अपराध है तो जनतंत्र में असहमति व्यक्त करने का तरीका क्या है। यदि लाइब्रेरी को डिजिटलाइज करने की मांग हो रही है, पाठ्यक्रम को प्रतियोगी परीक्षाओं के अनुकूल बनाने के लिए कहा जा रहा है, कक्षा नहीं तो परीक्षा नहीं की मांग की जा रही है तो क्या गलत है? इस मौके पर मुब्बसिर हारून, नवनीत यादव, मोहम्मद मसूद, राहुल पटेल, आनंद, रितेश गुप्ता, मोहम्मद जैद, सलमान, विकास यादव, ओबादा आदि लोग उपस्थित रहे।