कुंभ में इलाहाबाद जंक्शन पर 'दौड़ेगा' भाप का इंजन
यह स्टीम इंजन 1953 में डब्ल्यूबी बैगनाल लिमिटेड द्वारा बनाया गया था। इस इंजन को 25 फरवरी 1993 को रेल सेवा से अलग किया गया।
प्रयागराज : फिल्मों में भाप के इंजन वाली ट्रेनें तो बहुत देखी होगी आपने। ऐसा इंजन जल्द इलाहाबाद जंक्शन पर दौड़ता नजर आएगा। इंजन चलेगा, छुक-छुक की आवाज आएगी और ऊपर से भाप भी निकलेगा। आप आश्चर्य में पड़ गए न कि इस समय भाप का इंजन कहां चलता है? लेकिन यह सच है। कुंभ में आने वाले यात्रियों को लुभाने के लिए रेलवे उन्हें स्वयं के अतीत से जोड़ेगा। इसके तहत सिटी साइड के मुख्य द्वार पर मैदान में नैरो गेज का स्टीम लोकोमोटिव (भाप का इंजन) नंबर 72 जेड बी रखा गया है।
यह इंजन इलेक्ट्रिकल मोटर की मदद से चलेगा। इंजन के पहिए घूमेंगे और भाप भी निकलेगा। जो यात्रियों के लिए कौतुहल का केंद्र होगा। यह स्टीम इंजन 1953 में डब्ल्यूबी बैगनाल लिमिटेड द्वारा बनाया गया था। इसका उपयोग भारतीय रेलवे के नैरोगेज सेवा के लिए किया जाता था, जिसका मूल शेड गोधरा था। इस इंजन को 25 फरवरी 1993 को रेल सेवा से अलग किया गया। भाप के इंजन को चलाने की शुरुआत 15 से 20 दिसंबर के बीच कर दी जाएगी।
वर्तमान में जंक्शन के सिटी साइड में एक अप्रैल 2003 से यह इंजन रखा है। जो चलता नहीं था, कुंभ के मद्देनजर इसे 20 दिसंबर से पहले चलाया जाएगा। जो अपने स्थान पर खड़ा रहने के बजाय चारों ओर पटरियों में घूमेगा। इलाहाबाद रेल मंडल के जनसंपर्क अधिकारी सुनील गुप्त बताते हैं कि भाप के इंजन को चलाने की शुरुआत 15 से 20 दिसंबर के बीच कर दी जाएगी। इसके तहत सिटी साइड के मुख्य द्वार पर मैदान में नैरो गेज का स्टीम लोकोमोटिव (भाप का इंजन) नंबर 72 जेड बी रखा गया है।