प्रयागराज में युवक की किडनी निकालने के मामले में आज दर्ज हो सकता है बयान, एसआरएन अस्पताल के डॉक्टर हैं आरोपित
फूलपुर के सौरठा गांव निवासी मिथलेश कुमार ने जिला अदालत में अर्जी दाखिल करते हुए एसआरएन के डॉक्टर वी सिंह डॉ. वी. गुप्ता और डॉ. आर यादव पर किडनी निकालने का आरोप लगाया था। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मामले की जांच करने के लिए एसपी सिटी को निर्देशित किया है।
प्रयागराज, जेएनएन। किडनी निकालने के मामले में आज पुलिस वादी मिथलेश कुमार का बयान दर्ज कर सकती है। एसपी सिटी ने फूलपुर निवासी मिथलेश को बयान देने के लिए तलब किया है। हालांकि कई बार कहने के बावजूद वह अपना पक्ष रखने के लिए पुलिस के सामने पेश नहीं हुए। तब फूलपुर पुलिस ने संपर्क कर उन्हें बयान देने के लिए कहा है। इस आधार पर माना जा रहा है कि मिथलेश की ओर से लगाए गए आरो के बारे में पुलिस उसका बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई करेगी। बताया गया है कि वादी का पक्ष जानने के बाद पुलिस आरोपित डॉक्टरों को तलब कर पूछताछ करेगी।
एसआरएन अस्पताल के चिकित्सकों पर है किडनी निकालने का आरोप
फूलपुर के सौरठा गांव निवासी मिथलेश कुमार ने जिला अदालत में अर्जी दाखिल करते हुए एसआरएन के डॉक्टर वी सिंह, डॉ. वी. गुप्ता और डॉ. आर यादव पर किडनी निकालने का आरोप लगाया था। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट नीरज कुशवाहा ने मामले की जांच करने के लिए एसपी सिटी को निर्देशित किया है। साथ ही एसपी सिटी से 22 दिसंबर तक आख्या मांगी गई है।
...जबकि उसे पेट या सीने में कोई तकलीफ नहीं थी
मिथलेश ने अर्जी में कहा है कि उसने 27 अगस्त 2020 को अपने भाई अखिलेश को एसआरएन में भर्ती किया था। सांस लेने में थोड़ी तकलीफ थी। इसी बीच डॉक्टरों ने अखिलेश को गायब कर दिया। अगले दिन अस्पताल से मैसेज आया कि मरीज अखिलेश की हालत गंभीर है, उसे वेंटीलेटर पर रखा गया है और कोरोना हुआ है। जब लाश दिखाई गई तो पता चला कि अखिलेश के पेट में चीरा लगा है, जबकि उसे पेट या सीने में कोई तकलीफ नहीं थी। इस आधार पर उन्होंने किडनी निकालने का आरोप लगाया था।
बोले, एसपी सिटी
एसपी सिटी दिनेश सिंह का कहना है कि वादी को इस मामले में बयान देने के लिए बुलाया गया है।