Sports Talent of Pratapgarh : पिता ने संभाली है ट्रक की स्टेयरिंग तो बेटा मैदान में घुमा रहा हॉकी स्टिक
आवास विकास कालोनी मीराभवन निवासी चंद्र प्रकाश शुक्ल ने ट्रक की स्टेयरिंग संभाल रखी है। वहीं उनका बेटा प्रशांत खेल के मैदान में अपनी कलाई से स्टिक को घुमा रहा है। पांच साल पहले वह हाकी लेकर खेल के मैदान में उतरा तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
प्रयागराज, जेएनएन। सियासत ही नहीं, खेल में भी प्रतापगढ़ में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। चाहे वह क्रिकेट, वालीबाल, तलवारबाजी हो या फिर फुटबाल या हाकी। खेलों में यहां के खिलाडिय़ों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करके प्रदेश में अपना नाम कमाया है। ऐसा ही एक खिलाड़ी प्रशांत भी है। हाकी खिलाड़ी प्रशांत शुक्ला गुवाहाटी में जहां जिले का नाम रोशन किया था। वहीं अंकिता पाल ने रांची में झंडा बुलंद किया था।
वैसे तो अनवर खान के बाद वर्ष 1999 से कोई हाकी खिलाड़ी यहां से टीम इंडिया में स्थान नहीं बना सका, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि खिलाडिय़ों की कमी है। प्रशांत शुक्ला और अंकिता पाल नेशनल चैंपियनशिप में जिले का नाम रोशन कर रही हैं। आवास विकास कालोनी मीराभवन निवासी चंद्र प्रकाश शुक्ल ने ट्रक की स्टेयरिंग संभाल रखी है। वहीं उनका बेटा प्रशांत खेल के मैदान में अपनी कलाई से स्टिक को घुमा रहा है। पांच साल पहले वह हाकी लेकर खेल के मैदान में उतरा तो फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
प्रतिभा को देखते हुए वर्ष 2016 में प्रशांत का चयन रामपुर हास्टल में हो गया था। तीन साल तक हास्टल में रहने के बाद अब घर आकर स्टेडियम में वह कोच संजय यादव से बारीकी सीख रहा है। प्रशांत का चयन अंडर-17 यूपी टीम में हुआ था और उसने जनवरी 2020 में गुवाहाटी में खेलो इंडिया के तहत आयोजित नेशनल चैंपियनशिप खेला था।
प्रशांत की तरह हाकी के खेल में युवतियां भी पीछे नहीं हैं। बलीपुर की रहने वाली तिलक इंटर कालेज की इंटर की छात्रा अंकिता पाल पुत्री राम सुमेर पाल का चयन अंडर-19 यूपी टीम में हुआ था। उसने भी जनवरी 2020 में यूपी की टीम से रांची में आयोजित नेशनल चैंपियनशिप में खेली थी। अंकिता की प्रतिभा को दिसंबर में गोरखपुर में आयोजित स्टेट चैंपियनशिप में चयनकर्ताओं ने पहचाना था। हाकी की खिलाडिय़ों की पौध तैयार करने के लिए अनवर हाकी सोसाइटी व प्रतापगढ़ हाकी एसोसिएशन निरंतर प्रयास कर रहा है।