विद्यालयों में लगे सोलर आरओ सिस्टम हो रहे फेल
स्कूलों में लगे सोलर और आरओ सिस्टम फेल हो रहे हैं। इससे शिक्षकों और छात्रों को काफी दिक्कत हो रही है। इस ओर ध्यान देने की जरूरत है।
By Edited By: Published: Sat, 20 Apr 2019 07:40 AM (IST)Updated: Sat, 20 Apr 2019 10:44 AM (IST)
प्रयागराज : गर्मी के साथ ही परिषदीय विद्यालयों में पेयजल की किल्लत शुरू हो गई है। आरओ सिस्टम फेल होने की वजह से पेयजल संकट गहरा गया है। इस ओर अधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत है।
गर्मी में परेशान हो रहे विद्यालयों के बच्चे
परिषदीय विद्यालयों के बच्चों, शिक्षकों एवं अन्य स्टॉफ को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सोलर आरओ सिस्टम लगाए जा रहे हैं। किंतु, कई विद्यालयों में यह सिस्टम फेल हो रहा है। इससे विद्यालयों में पेयजल संकट गहरा गया है। बच्चों को पानी न मिलने से इस भीषण गर्मी में उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है। जिले के 100 परिषदीय विद्यालयों में सोलर आरओ प्लांट लगाने की कार्य योजना करीब सात-आठ महीने पहले बनी। अब तक 96-97 विद्यालयों में 200 लीटर क्षमता के आरओ प्लांट लगाए जा चुके हैं।
जलापूर्ति की पर्याप्य व्यवस्था नहीं
जलापूर्ति के लिए विद्यालयों में 1000 हजार लीटर की दो पानी की टंकियां, हैंडपंपों में एक हॉर्स पॉवर के सोलर सबमर्सिबल, पानी की पांच टोटियां लगाई गई हैं। आरओ सिस्टम और रसोई घरों से पानी के कनेक्शन भी किए गए हैं। हवा के लिए विद्यालयों में पांच सोलर फैन भी लगाए गए हैं। पंखे और सबमर्सिबल के संचालन के लिए 1.1 किलोवॉट क्षमता के सोलर प्लांट भी लगाए गए हैं। खास यह कि सभी विद्यालयों में यह सिस्टम लग भी नहीं सके, लेकिन कई स्कूलों में सिस्टम के फेल होने की शिकायतें अधिकारियों के पास आ रही हैं।
समस्याओं की शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी से की गई
शहरी क्षेत्र के ही बमरौली, रोशनबाग, तुलसीपुर, बक्शी कला, साउथ मलाका, अबूबकरपुर विद्यालयों में सबमर्सिबल और पंखे काम न करने की शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी (नगर) से की गई है। गांवों के विद्यालयों से भी शिकायतें मिल रही हैं। इससे बच्चों को पानी मिलने में समस्या हो रही है।
ठेकेदार ने भी तकनीकी दिक्कत की बात मानी है
उल्लेखनीय है कि इस काम की जिम्मेदारी नेडा के जरिए चेन्नई की एजेंसी रिच पाइटोकेयर को मिली है। एजेंसी के एक ठेकेदार ने भी तकनीकी दिक्कत की बात स्वीकार की है। हालांकि, उसका यह भी कहना है कि गांव के विद्यालयों में लोग इसे तोड़फोड़ दे रहे हैं। क्या कहते हैं अफसर नेडा के परियोजना अधिकारी आरएन पांडेय का कहना है कि कई विद्यालयों में मेंटिनेंस न होने से दिक्कत हो रही है। जहां गड़बड़ी की शिकायत मिल रही है। उसे ठीक कराया जा रहा है। एजेंसी जल्द सर्विस सेंटर भी खोलेगी।
बोलीं खंड शिक्षा अधिकारी
वहीं, खंड शिक्षाधिकारी नगर ज्योति शुक्ला ने बताया कि कई विद्यालयों में सिस्टम फेल होने की शिकायतें मिली हैं। सोलर आरओ सिस्टम लगने से पूर्व स्थापित व्यवस्था भी ध्वस्त हो चुकी है। इससे स्कूलों में पानी की समस्या हो गई है।
गर्मी में परेशान हो रहे विद्यालयों के बच्चे
परिषदीय विद्यालयों के बच्चों, शिक्षकों एवं अन्य स्टॉफ को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए सोलर आरओ सिस्टम लगाए जा रहे हैं। किंतु, कई विद्यालयों में यह सिस्टम फेल हो रहा है। इससे विद्यालयों में पेयजल संकट गहरा गया है। बच्चों को पानी न मिलने से इस भीषण गर्मी में उन्हें परेशानी उठानी पड़ रही है। जिले के 100 परिषदीय विद्यालयों में सोलर आरओ प्लांट लगाने की कार्य योजना करीब सात-आठ महीने पहले बनी। अब तक 96-97 विद्यालयों में 200 लीटर क्षमता के आरओ प्लांट लगाए जा चुके हैं।
जलापूर्ति की पर्याप्य व्यवस्था नहीं
जलापूर्ति के लिए विद्यालयों में 1000 हजार लीटर की दो पानी की टंकियां, हैंडपंपों में एक हॉर्स पॉवर के सोलर सबमर्सिबल, पानी की पांच टोटियां लगाई गई हैं। आरओ सिस्टम और रसोई घरों से पानी के कनेक्शन भी किए गए हैं। हवा के लिए विद्यालयों में पांच सोलर फैन भी लगाए गए हैं। पंखे और सबमर्सिबल के संचालन के लिए 1.1 किलोवॉट क्षमता के सोलर प्लांट भी लगाए गए हैं। खास यह कि सभी विद्यालयों में यह सिस्टम लग भी नहीं सके, लेकिन कई स्कूलों में सिस्टम के फेल होने की शिकायतें अधिकारियों के पास आ रही हैं।
समस्याओं की शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी से की गई
शहरी क्षेत्र के ही बमरौली, रोशनबाग, तुलसीपुर, बक्शी कला, साउथ मलाका, अबूबकरपुर विद्यालयों में सबमर्सिबल और पंखे काम न करने की शिकायत खंड शिक्षा अधिकारी (नगर) से की गई है। गांवों के विद्यालयों से भी शिकायतें मिल रही हैं। इससे बच्चों को पानी मिलने में समस्या हो रही है।
ठेकेदार ने भी तकनीकी दिक्कत की बात मानी है
उल्लेखनीय है कि इस काम की जिम्मेदारी नेडा के जरिए चेन्नई की एजेंसी रिच पाइटोकेयर को मिली है। एजेंसी के एक ठेकेदार ने भी तकनीकी दिक्कत की बात स्वीकार की है। हालांकि, उसका यह भी कहना है कि गांव के विद्यालयों में लोग इसे तोड़फोड़ दे रहे हैं। क्या कहते हैं अफसर नेडा के परियोजना अधिकारी आरएन पांडेय का कहना है कि कई विद्यालयों में मेंटिनेंस न होने से दिक्कत हो रही है। जहां गड़बड़ी की शिकायत मिल रही है। उसे ठीक कराया जा रहा है। एजेंसी जल्द सर्विस सेंटर भी खोलेगी।
बोलीं खंड शिक्षा अधिकारी
वहीं, खंड शिक्षाधिकारी नगर ज्योति शुक्ला ने बताया कि कई विद्यालयों में सिस्टम फेल होने की शिकायतें मिली हैं। सोलर आरओ सिस्टम लगने से पूर्व स्थापित व्यवस्था भी ध्वस्त हो चुकी है। इससे स्कूलों में पानी की समस्या हो गई है।
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