आंखों की ज्योति दिलाने से स्वस्थ समाज की परिकल्पना कर रहीं मैथिली Prayagraj News
स्वस्थ समाज और पर्यावरण संरक्षण को मुहिम को मुकाम दे रही हैं समाज सेविका मैथिली सिंह। वह जरूरतमंदों की आंखों को रोशनी प्रदान कर रही हैं तो पौधारोपण भी करती हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। गांव-गांव जाकर ऐसे लोगों को चिह्नित करना जिनके आंखों की रोशनी खत्म हो चुकी है। उन्हें नेत्र चिकित्सालय तक लाना और मोतियाबिंद का ऑपरेशन कराना इनकी प्राथमिकता में शामिल है। इसका परिणाम यह हुआ कि पिछले दस सालों में ढाई हजार से अधिक जरूरतमंदों को रोशनी मिल गई। यह काम कर रहीं हैं समाज सेविका मैथिली सिंह।
वसुधा फाउंडेशन के माध्यम से स्वस्थ समाज लाने का कर रहीं प्रयास
म्योराबाद की रहने वाली मैथिली सिंह का उद्देश्य है कि वह समाज की पंक्ति में खड़े आखिरी व्यक्ति की मदद करने में कामयाब हो सकें। इसी उद्देश्य से उन्होंने वर्ष 2009 में वसुधा फाउंडेशन की नींव रखी। प्रत्येक माह किसी दो गांवों में नेत्र शिविर या स्वास्थ्य शिविर आयोजित करती हैं। डॉक्टरों से अनुरोध कर उन्हें शिविर में आमंत्रित करती हैं। सामान्य बीमारियों के लिए मौके पर ही दवा उपलब्ध कराती हैं। ऐसे मरीजों की सूची बनाती हैं जिन्हें मोतियाबिंद की समस्या है। फिर बाद में इन सभी को लेकर मनोहर दास नेत्र चिकित्सालय में जाती हैं। वहां सभी का मुफ्त ऑपरेशन होता है।
पर्यावरण संरक्षण के लिए भी मुहिम जारी
मैथिली सिंह पर्यावरण संरक्षण के लिए भी काम कर रही हैं। इसके लिए वह जगह जगह पौधारोपण अभियान चलाती हैं। उनके संस्था से दो दर्जन से अधिक लोग जुड़ चुके हैं। बाढ़ पीडि़तों की मदद करना हो या कुंभ मेले में स्नानार्थियों की सेवा करना जैसे कार्यों में भी यह आगे रहती हैं। मैथिली का कहना है कि शुरू से ही उनका उद्देश्य था कि समाज के लिए वह कुछ कर सकें। यह अभियान जारी रहेगा। आने वाले दिनों में वह नेत्रदान करने के लिए जागरूकता अभियान चलाएंगी।