श्रीराम मंदिर समिति के पदाधिकारी चंपत राय, नृपेंद्र मिश्रा का प्रयागराज से गहरा नाता Prayagraj News
नृपेंद्र मिश्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य सचिव रहे हैं। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है। ट्रस्ट के महासचिव बने चंपत राय की कर्मस्थली ही प्रयागराज रही है।
प्रयागराज, जेएनएन। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से भवन (मंदिर) निर्माण समिति के चेयरमैन बनाए गए नृपेंद्र मिश्रा और महासचिव मनोनीत किए चंपत राय का प्रयागराज से भी गहरा नाता रहा है। स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती तो प्रयागराज के हैैं ही। बुधवार रात जब ट्रस्ट के पदाधिकारियों का एलान हुआ तब प्रयागराज वासियों में खुशी स्वाभाविक थी। नृत्य गोपाल दास के साथ ही चंपत राय को अहम जिम्मेदारी मिलने के संकेत यहां माघ मेले के दौरान ही मिलने लगे थे।
मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा व महासचिव चंपत राय हैं
रिटायर आइएएस नृपेंद्र मिश्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्य सचिव रहे हैं। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पढ़ाई की है। उनका प्रयागराज से गहरा जुड़ाव है और यहां उनके कई रिश्तेदार रहते हैं। वह मूलत: देवरिया के रहने वाले हैैं। वहीं ट्रस्ट के महासचिव बनाए गए चंपत राय की कर्मस्थली ही प्रयागराज रही है। अशोक सिंहल के सानिध्य में उन्होंने राम मंदिर के आंदोलन को धार दी है। प्रयाग की धरती पर माघ मेला, कुंभ और अद्र्धकुंभ के दौरान धर्म संसद कराने का जिम्मा उनके पास ही रहता था।
चंपत राय की भूमिका कारसेवा में अहम थी
चंपत राय इस बार प्रयागराज के माघ मेला में संत सम्मेलन और मार्ग दर्शक मंडल की बैठक में भी वह शामिल हुए थे। 1989 और 91 में कारसेवा में उनकी भूमिका अहम थी। देश भर से आने वाले कारसेवकों को प्रयाग से अयोध्या पहुंचाने उनका अहम योगदान था। वह यहां पर केसर भवन में रुकते हैैं। ट्रस्ट के सदस्य वासुदेवानंद सरस्वती का प्रयागराज के अलोपीबाग में भगवान शंकराचार्य आश्रम है। वह राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय चेहरों में अग्रणी रहे हैैं। वह कारसेवा समिति के अध्यक्ष थे।