पीसीएस-जे में शिवकुटी के श्रेयांश निरंजन को मिली नवीं रैंक Prayagraj News
पीसीएस-जे 1918 की मुख्य परीक्षा में प्रयागराज के कई मेधावियों ने कामयाबी हासिल की है। श्रेयांश निरंजन को नवीं और सोनल अग्रवाल को 47वीं रैंक मिली है।
प्रयागराज, जेएनएन। पीसीएस-जे की मुख्य परीक्षा में शहर के मेधावियों ने भी परचम लहराया है। इसमें इलाहाबाद हाईकोर्ट के अधिवक्ता महेंद्र सिंह निरंजन के बेटे श्रेयांश निरंजन को नवीं रैंक मिली है। वहीं सोनल अग्रवाल को 47वीं, वसुंधरा शर्मा को 142वीं और शिवशक्ति हर्षवर्धन को 560वीं रैंक मिली है।
श्रेयांश को पहले प्रयास में मिली सफलता
शिवकुटी के रहने वाले श्रेयांश ने वर्ष 2017 में नोएडा से एलएलबी किया। शिक्षा विभाग में संयुक्त शिक्षा निदेशक पद से सेवानिवृत्त होने वाली उनकी मां माया निरंजन ने बताया कि श्रेयांश ने एलएलबी में कॉलेज में टॉप किया था। उन्हें पहले प्रयास में सफलता मिली है।
सोनल अग्रवाल को 47वीं रैंक मिली, तीसरे प्रयास में मिली कामयाबी
इनके अलावा लूकरगंज की रहने वाली सोनल अग्रवाल को पीसीएस-जे में 47वीं रैंक मिली। सोनल ने सीएमपी डिग्री कॉलेज से वर्ष 2014 में एलएलबी और वर्ष 2017 में एलएलएम की पढ़ाई पूरी की। उन्हें तीसरे प्रयास में कामयाबी मिली। सोनल के पिता गोपालदास सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। सोनल ने अपनी सफलता का श्रेय पिता गोपालदास, माता मीरा अग्रवाल और गुरु एएच सिद्दीकी को दिया है।
वसुंधरा शर्मा 142वीं रैंक पर काबिज रहीं
कीडगंज की वसुंधरा शर्मा को पीसीएस-जे में 142वीं रैंक मिली है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीएएलएलबी और एलएलएम की पढ़ाई पूरी करने वाली वसुंधरा ने तीसरे प्रयास में कामयाबी हासिल की। वसुंधरा के पिता विवेकानंद शर्मा इलाहाबाद हाईकोर्ट में सेक्शन ऑफिसर हैं।
शिवशक्ति हर्षवर्धन को 560वीं रैंक मिली
नैनी महेवा के शिवशक्ति हर्षवर्धन को 560वीं रैंक मिली है। शिवशक्ति के पिता रामसजीवन सिंह सेवानिवृत्त एक्साइज कमिश्नर हैं। मां बिंदू देवी गृहिणी हैं। शिवशक्ति ने वर्ष 2014 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से वर्ष 2014 में एलएलबी और इस वर्ष एलएलएम की पढ़ाई पूरी की। उन्हें दूसरे प्रयास में सफलता मिली है।
इन्होंने भी पीसीएस-जे में लहराया परचम
इसके अलावा कमला नगर के रहने वाले योगेश चौधरी को भी कामयाबी हासिल हुई है। रामकिशुन पटेल के बेटे योगेश को पहले प्रयास में सफलता हासिल हुई है। शंकरगढ़ के शिवपुर गांव निवासी ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह पुत्र जय नारायण सिंह को भी कामयाबी हासिल हुई है। मां जाह्नवी सिंह सेवानिवृत्त नर्स हैं। वहीं मऊआइमा के अलावलपुर अहिरान के देवेश कुमार यादव पुत्र छोटेलाल यादव को 418वीं रैंक मिली है। पिता छोटेलाल यादव रेलवे में सेवानिवृत्त कर्मचारी है। देवेश ने मां गीता देवी और पिता को सफलता का श्रेय दिया है। नवाबगंज के झोखरी गांव के शिवम द्विवेदी को 45वीं रैंक हासिल हुई है। शिवम के पिता विजय अधिवक्ता हैं। पनेसिया लॉ क्लासेज के एएच सिद्दीकी का दावा है कि उनके संस्थान से पढ़ाई करने वाले छात्र-छात्राओं को भी सफलता हासिल हुई है।