घर के बाहर दुकानदार की गला रेतकर हत्या, सोते वक्त हुई वारदात
वह सो रहा था अपने घर के बाहर। हत्यारों ने गला रेतकर उसकी हत्या कर दी। कत्ल का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
प्रयागराज : बरामदे में सो रहे दुकानदार बसंत लाल केसरवानी (55) की गला रेतकर हत्या कर दी गई। घटना गुरुवार रात कीडगंज थाना क्षेत्र के नई बस्ती मुहल्ले में हुई। जानकारी होने पर इलाके में सनसनी फैल गई। कत्ल का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
बसंत पुत्र स्व. लाल चंद्र मूलरूप से कौशांबी जिले के महेवाघाट थाना क्षेत्र स्थित शाहपुर गांव का निवासी था। वह करीब 18 साल से नई बस्ती मुहल्ले में बिल्लू पंडा के मकान में किराए पर रहता था। उसके साथ पहली पत्नी बिमला व सास अनारकली भी रहती थी। बसंत किराने की दुकान चलाने के साथ ही दूध का काम भी करता था। गुरुवार रात वह घर के बरामदे में चारपाई पर सो रहा था। इसी दौरान किसी ने धारदार हथियार से गला रेतकर और सिर में प्रहार कर हत्या कर दी।
सुबह जब दूध लेने वाले युवक पहुंचे तो बसंत को आवाज लगाई। वह चारपाई से नहीं उठा। इसके बाद लोगों ने कंबल हटाया तो खून से लथपथ लाश देख दंग रह गए। दरवाजा खटखटाने पर पत्नी बिमला व सास निकलीं तो हत्या की खबर पुलिस को दी। कुछ ही देर में एएसपी अमित आनंद, इंस्पेक्टर कीडगंज फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। आसपास के लोगों से पूछताछ की गई, लेकिन कोई कुछ बता नहीं सका। घर के भीतर मौजूद पत्नी को भी किसी तरह की आवाज या आहट सुनने को नहीं मिली।
क्या कहते हैं इंस्पेक्टर
हत्या के संबंध में इंस्पेक्टर राजकुमार शर्मा का कहना है कि हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। सभी बिंदुओं पर जांच चल रही है।
बच्चों संग गांव में रहती है दूसरी पत्नी
बसंत की हत्या से परिवार में मातम छा गया। परिजनों के मुताबिक, बसंत की पहली शादी नैनी की बिमला से हुई थी। बच्चे न होने पर दोनों की रजामंदी पर बसंत ने छत्तीसगढ़ की दुर्गा देवी से विवाह किया था। दुर्गा बेटी वैष्णवी व बेटे गणेश के साथ गांव में रहती है। सास अनारकली करीब तीन माह पहले दामाद के घर आई थी।