छोटा राजन के गुर्गे की हत्या करने वाले शूटर धूमनगंज में गुम हुए
छोटा राजन के गुर्गे हिस्ट्रीशीटर नीरज वाल्मीकि की हत्या करने के बाद शूटरों में से एक जख्मी है। उसकी तलाश में पुलिस यहां से लेकर कौशांबी तक के अस्पतालों को खंगाला लेकिन वह नहीं मिला।
प्रयागराज (जेएनएन)। छोटा राजन के गुर्गे हिस्ट्रीशीटर नीरज वाल्मीकि की हत्या करने आए शूटर कैंट के तपोवन पार्क की तरफ होकर भागे। एक शूटर जो लाल टोपी पहने था, उसने भागते हुए तपोवन पार्क के पास टोपी फेंक दी। आधी रात तक जांच में जुटी पुलिस को टोपी मिल गई है। उस रास्ते से होते हुए शूटर धूमनगंज की तरफ जाकर गुम हुए। चार शूटरों में एक जख्मी हुआ था। उसका खून सड़क पर काफी दूर तक गिरा था।
धूमनगंज से लेकर कौशांबी तक पुलिस अधिकारियों ने तमाम अस्पतालों में जांच कराई लेकिन कोई पकड़ा नहीं गया। पूजा पंडाल के अलावा भी पुलिस ने सड़क के आसपास लगे कई सीसीटीवी कैमरों को खंगाला है। काले रंग की पल्सर से भागते शूटर दिखाई दे रहे हैं। वह हत्या से पहले सर्किट हाउस चौराहे की तरफ भी आए थे। दुर्गा पूजा पंडाल में लगे सीसीटीवी कैमरों में शूटरों की साफ तस्वीरें आई हैं। पुलिस ने नीरज के घरवालों के साथ मुहल्ले के लोगों को भी फोटो दिखाई, लेकिन कोई उन्हें पहचान नहीं सका।
इतना तो साफ है कि नीरज हमलावरों को नहीं पहचान सका था। एक शूटर ने उससे हाथ मिलाया था। एसएसपी नितिन तिवारी का कहना है कि पंडाल में नीरज से तमाम लोग हाथ मिला रहे थे, शूटर ने भी हाथ मिलाया। इससे तय नहीं है कि नीरज उन्हें पहचानता था। ऐसे में भाड़े पर हत्या कराने का शक हो रहा है। नए शूटरों को सुपारी देकर कत्ल कराया जा सकता है। शूटरों की मॉडस अपरेंडी इलाहाबादी है। जिस तरीके से बम चलाया गया वह यहीं का ट्रेंड हैं। एसएसपी नितिन तिवारी ने शूटरों की फोटो कौशांबी, प्रतापगढ़ समेत आसपास के सभी जिलों में भेजी है। धूमनगंज इलाके के एक सीसीटीवी से पुलिस टीमों को काली बाइक के बारे में कुछ अहम सुराग मिले हैं। देर रात तक दो टीमें छापामारी करती रहीं।
चार गोली शरीर से पार निकलीं, एक कमर में फंसी
हिस्ट्रीशीटर नीरज बाल्मीकि को हमलावरों ने पांच गोलियां मारी थीं। चार गोलियां उसके शरीर से पार निकल गईं जबकि एक गोली शरीर में फंसी मिली है। नीरज के शरीर पर बम के घाव भी मिले हैं। कई जगह छर्रे धंस गए थे। बुधवार की देर शाम डॉक्टरों के पैनल ने वीडियोग्राफी के बीच शव का पोस्टमार्टम किया। नीरज को ऑटोमेटिक पिस्टल से शूट किया गया। एक गोली उसके बाएं हाथ, दूसरी जांघ में मारी गई थी। दो गोली सीने में दाहिने और बाएं तरफ लगी है। यह गोलियां उसके शरीर को छलनी करते हुए पार हो गई थीं। पांचवीं गोली जो कमर में लगी थी वह एक्सरे के बाद निकाल ली गई।