प्रयागराज के कौंधियारा में हंगामे के बाद हटाए गए थानेदार, कुलदीप नए थाना प्रभारी
पुलिस ने दो आरोपितों को पकड़ते हुए लोगों को समझाकर किसी तरह शांत कराया। फिर देर रात एसएसपी ने कुलदीप तिवारी को कौंधियारा थाने का नया थानाध्यक्ष बना दिया। पुलिसर्किमयों में कुलदीप तिवारी की बेहतर छवि बताई जा रही है।
प्रयागराज,जेएनएन। यमुनापार के कौंधियारा थानाक्षेत्र में बुधवार रात बखेड़ा होने के बाद थानेदार को हटा दिया गया। अब यहां कुलदीप तिवारी को नया थानेदार बनाया गया है। दो समुदायों में उपजे तनाव के बीच माहौल को शांत करने और निष्पक्ष कार्रवाई के जरिए आम जनता में पुलिस के प्रति लोगों का भरोसा जीतने की जिम्मेदारी अब नए थानेदार पर होगी। हालांकि घटना के बाद मौके पर पहुंचे एसएसपी सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी के आश्वासन पर ही स्थानीय लोग शांत हुए और पुलिस पर विश्वास जताया है। मगर जिस तरह से अचानक घटनाक्रम बदला था, उसने पुलिस अधिकारियों में बेचैनी पैदा कर दी थी।
यह था विवाद
दरअसल, कौंधियारा थाना क्षेत्र के अकोढ़ा गांव में अरुण चंद्र केशरवानी की बर्तन की दुकान है। वह विक्रम भी चलवाता है। करीब पांच दिन पहले मो. शमीम ने साढ़े चार सौ रुपये में विक्रम बुक करके ले गया था। उसने तीन सौ रुपये भाड़ा दे दिया था और डेढ़ सौ रुपये बकाया था। बुधवार रात जब अरुण ने शमीम से बकाया पैसे मांगे तो विवाद हो गया। गाली-गलौज होने लगी तो गांव के रोहित ने बीच बचाव किया। इस पर उससे मारपीट हो गई। आरोप है कि थोड़ी देर में शमीम पक्ष से कई लोग आ गए और रोहित पर हमला करने की कोशिश की। रोहित जान बचाकर घर में घुस गया तो विपक्षियों ने घर में घुसकर हमला कर दिया। इससे रोहित और उसका भाई राहुल सिंह जख्मी हो गए। दो समुदायों में टकराव की खबर मिलते ही पुलिसर्किमयों में खलबली मच गई। थोड़ी ही देर में एसएसपी, एसपी यमुनापार, सीओ समेत कई थाने की फोर्स पहुंच गई।
मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को दबोचा
पुलिस ने दो आरोपितों को पकड़ते हुए लोगों को समझाकर किसी तरह शांत कराया। फिर देर रात एसएसपी ने कुलदीप तिवारी को कौंधियारा थाने का नया थानाध्यक्ष बना दिया। पुलिसर्किमयों में कुलदीप तिवारी की बेहतर छवि बताई जा रही है। वह थरवई के भी थानाध्यक्ष रह चुके हैं और अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई के लिए जाने जाते हैं।