अगले साल से प्रयागराज से लखनऊ के बीच चलेगी शताब्दी ट्रेन
प्रयागराज से लखनऊ के लिए शताब्दी ट्रेन अगले वर्ष से चलेगी। रेल लाइन का दोहरीकरण का काम पूरा हो जाएगा।
प्रयागराज : प्रयागराज से लखनऊ के बीच शताब्दी ट्रेन चलने का इंतजार कर रहे प्रयागराज के वासियों को अगले साल में इसका तोहफा मिल सकता है। लखनऊ से रायबरेली के बीच रेलवे लाइन दोहरीकरण का काम दिसंबर 2019 तक पूरा हो जाएगा। इलाहाबाद जंक्शन से फाफामऊ रेलवे स्टेशन के बीच भी रेलवे लाइन का दोहरीकरण हो जाएगा। उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के डीआरएम सतीश कुमार ने कहाकि बिना दोहरीकरण के शताब्दी ट्रेन नहीं चलाई जा सकती है।
काफी समय से हो रही मांग
प्रयागराज से लखनऊ के बीच शताब्दी ट्रेन चलाने की मांग लंबे समय से हो रही है। पिछले साल रेलवे राज्यमंत्री मनोज सिन्हा जब सूबेदारगंंज टर्मिनल के निर्माण कार्य का शुभारंभ करने आए थे तो उन्होंने प्रयागराज से लखनऊ के बीच शताब्दी ट्रेन चलाने की बात कही थी। उम्मीद की जा रही थी कि कुंभ से पहले शताब्दी ट्रेन चल जाएगी, लेकिन रेलवे लाइन का दोहरीकरण का काम पूरा न होने के कारण ऐसा नहीं हो सका। रेलवे की अब यह तैयारी है कि साल के अंत तक लखनऊ से रायबरेली के बीच रेलवे लाइन का दोहरीकरण हो जाएगा। फाफामऊ से इलाहाबाद जंक्शन के बीच भी दोहरीकरण और विद्युतीकरण का काम पूरा हो जाएगा।
लखनऊ मंडल के डीआरएम ने कहा
कुंभ की तैयारियों के निरीक्षण के लिए आए लखनऊ मंडल के डीआरएम सतीश कुमार ने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि लखनऊ से प्रयागराज के बीच शताब्दी ट्रेन चले। यह तभी संभव होगा, जब रेलवे लाइन का दोहरीकरण हो जाएगा। लखनऊ से रायबरेली, इलाहाबाद जंक्शन से फाफामऊ के बीच लाइन का दोहरीकरण होने पर शताब्दी ट्रेन चलाई जा सकती है।
200 किलोमीटर दूर, लगते हैं पांच घंटे
इलाहाबाद जंक्शन से लखनऊ जंक्शन की दूरी 200 किलोमीटर है। अगर किसी व्यक्ति को ट्रेन से सफर करना है तो पांच घंटे लगते हैं। अगर ट्रेन लेट हो गई तो यात्रियों की परेशानी और बढ़ जाती है। शताब्दी ट्रेन चलने के बाद तीन घंटे में लखनऊ से प्रयागराज पहुंच जाएगी।