मिनी कुंभ में सात करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद, हो रही व्यवस्था Prayagraj News
माघमेले को मिनी कुंभ नाम दिया गया है। इसे लेकर आने वाले स्नानार्थियों की सुविधा की तैयारी की जा रही है। पॉर्किंग शटल बस टॉयलेट यूरिनल यात्री निवास की सुविधा मिलेगी।
प्रयागराज, जेएनएन। संगम की रेती पर इस बार माघ मेले को मिनी कुंभ के रूप में आयोजित करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। माघमेले में शासन-प्रशासन द्वारा सात करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है। माघमेले की तैयारियों को अमली जामा पहनाने के लिए यूपीपीसीएल के चेयरमैन आलोक कुमार, लोक निर्माण विभाग के प्रमुख अभियंता वीके सिंह, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, प्रमुख सचिव नगर विकास, मेले में तैनात किए गए विभाग के उच्चाधिकारियों के साथ बैठकें कर चुके हैैं। विभिन्न विभागों की ओर से मेले के काम की कार्ययोजना स्वीकृति के लिए शासन को भेजी जा चुकी है।
प्रथम चरण में 57 करोड़ रुपये की सरकार ने दी मंजूरी
सरकार ने प्रथम चरण में विभिन्न विभागों के लिए 57 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है, ताकि काम शुरू हो सके। लोक निर्माण विभाग, बिजली, जल निगम, स्वास्थ्य विभाग व मेला प्रशासन की ओर से कामों के टेंडर निकाले जा रहे हैैं। मेला प्रभारी रजनीश मिश्र ने बताया कि मेला प्रशासन ने लगभग सात करोड़ श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई है। इसी अनुरूप मेले में पांटून पुल, चकर्ड प्लेट, स्नान घाटों, टॉयलेट, यूरिनल, यात्री निवास, शटल बसों के संचालन तथा मेले के आसपास पॉर्किंग स्थल की व्यवस्था की जा रही है।
स्वच्छता को लेकर विशेष जोर रहेगा
कुंभ की तरह इस बार भी स्वच्छता को लेकर विशेष जोर रहेगा। परेड में फूड कोर्ट, प्रदर्शनियां, झूले आदि होंगे। मेले में आने-जाने वाले मार्ग अलग होंगे, जिनके किनारे बेरिकेडिंग लगाई जाएगी। प्रमुख स्नान पर्वों के लिए विशेष व्यवस्था होगी। स्पेशल बसों और स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जाएंगी। इसके अलावा बमरौली एयरपोर्ट से फ्लाइट की संख्या बढ़ाने की कोशिश की जाएगी। गंगा और यमुना के पानी में सैर करने के लिए मिनी क्रूज भी होंगे। संगम का विहंगम दृश्य देखने के लिए हेलीकॉप्टर की भी सुविधा प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सितंबर में करेंगे बैठक
माघमेले की तैयारियों की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सितंबर में लखनऊ में बैठक लेंगे। इसके लिए विभागीय अधिकारियों ने ड्राफ्टिंग शुरू कर दी है। अक्टूबर में मुख्यमंत्री तैयारियों को देखने प्रयागराज आएंगे। इस बार मेला आठ सेक्टर में बसाया जाएगा। गंगा पर सात पांटून पुल बनाए जाने की योजना है। पहले माघमेला सेक्टरों में नहीं बसाया जाता था। पांटून पुल पांच ही बनाए जाते थे। पहले के मामघेला में छह से सात हजार लाइट फिटिंग लगती थीं जबकि इस बार 15 हजार से ज्यादा एलईडी फिटिंग लगाई जाएगी।