तालाब में फेंकी नवजात बच्ची, हाइपोथर्मिया से बिगड़ी हालत
किसी बेरहम ने नवजात बच्ची को तालाब में फेंक दिया था। ग्रामीणों ने देखा तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया। ठंड की वजह से हाइपोथर्मिया की शिकार हो गई है। अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रतापगढ़ : बेरहमी की हदें पार कर किसी ने तालाब में नवजात बच्ची को फेंकी दिया। उसे ठंड लगने से हालत नाजुक हो गई है। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे प्रयागराज रेफर कर दिया।
महेशगंज थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय पूरे तखत के पास तालाब में एक नवजात बच्ची शाल में लिपटी हुई मिली। इसे ग्रामीणों और प्रधानाध्यापक के प्रयास से हीरागंज के निजी अस्पताल में ले जाया गया था। वहां से सीएमओ की सलाह पर उसे जिला महिला अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती कराया गया था। वहां पर चिकित्सकों ने उसका उपचार किया। खुले आसमान के नीचे कई घंटे पड़ी रहने से उसे भीषण ठंड लगी है। सर्दी से फेफड़े तक संक्रमित हो गए हैं। खून का बहाव मंद पड़ गया है। साथ ही कीड़े काटने से संक्रमण भी है। चिकित्सक ने बताया कि बच्ची को हाइपोथर्मिया हो गया है। उसे गंभीर दशा में चिल्ड्रेन अस्पताल प्रयागराज रेफर कर दिया गया है। इस बात की सूचना सीएमएस व संबंधित अफसरों को दे दी गई है।
महकमा हुआ चौकन्ना, लगी टीम
नवजात बच्ची के दर्द को जब दैनिक जागरण ने उभारा तो स्वास्थ्य महकमे से लेकर पुलिस-प्रशासन के अफसर चौकन्ने हो गए। यह खबर सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई। सीएमओ डा. एके श्रीवास्तव ने सीएमएस से कहा कि वह उसके इलाज की बेहतर व्यवस्था कराएं। इसके बाद चिकित्सकों व कर्मियों की टीम लग गई। उसका इलाज तत्काल शुरू हो गया। यही नहीं सीएमओ ने प्रयागराज के सीएमओ से वार्ता करके बच्ची को चिल्ड्रेन अस्पताल में विशेष निगरानी में रखने की अनुरोध किया, ताकि मासूम को बचाया जा सके। साथ ही सीएमओ ने सभी सीएचसी व पीएचसी प्रभारियों को निर्देश जारी किया कि ऐसे में मामलों में संवेदनशीलता बरतें। पहले बच्चों का इलाज कराएं, बाकी औपचारिकताएं बाद में पूरी करते रहें।