संगम नगरी के बाशिंदों को सत्कार का मौका
कुंभ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को पेइंग गेस्ट की सुविधा देने के लिए शासन ने पेइंग गेस्ट योजना की शुरुआत की है। इसके तहत संगम नगरी के बाशिंदों को सत्कार का मौका मिलेगा।
जासं, इलाहाबाद : कुंभ में देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को पेइंग गेस्ट की सुविधा देने के लिए शहर के लोगों को आगे आने का आह्वान किया गया है। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से जल्द ही अस्थायी पंजीयन शुरू कराया जाएगा।
हेरिटेज होटल पॉलिसी के अंतर्गत पंजीयन के लिए परीक्षण एवं नियमित अनुश्रवण समिति की गुरुवार को संगम सभागार में हुई महत्वपूर्ण बैठक में इसको लेकर मंत्रणा की गई। इसमें सगुन निलयम, जगराम चौराहा एवं बड़ी कोठी दारागंज को हेरिटेज होटल पॉलिसी के अंतर्गत पंजीयन के लिए समिति के सभी सदस्यों से नियम एवं शर्तो पर वार्ता की गई। डीएम सुहास एलवाई ने सिटी मजिस्ट्रेट एके कनौजिया को पंजीयन कार्रवाई के लिए केवल दो भवनों के अतिरिक्त इलाहाबाद के अन्य भवनों को भी इस योजना में सम्मिलित कराने को कहा। कुंभ 2019 की अवधि तक के लिए पेइंग गेस्ट योजना में अस्थायी पंजीयन कराने के भी निर्देश दिए। उप निदेशक पर्यटन से पेइंग गेस्ट योजना में अधिक से अधिक भवनों को सूचीबद्ध कराने को भी कहा गया। यह सेवा प्रदान करने वालों को प्रशिक्षण देने के लिए पर्यटन विभाग को नोडल विभाग बनाया गया। विभिन्न प्रकार की सेवाओं के लिए इलाहाबाद के विभिन्न सिविल सोसायटी, संगठनों जिनमें होटल एसोसिएशन, टै्रवेल एवं टूर एसोसिएशन, रोटरी एसोसिएशन, व्यापार मंडल, लायन क्लब, इनरव्हील क्लब, टैक्सी एसोसिएशन आदि को जोड़ने को भी कहा गया। अतिथि देवो भव: के तर्ज पर शहर के लोग खान-पान, रहने तथा परिवहन की सुविधा देने को आगे आएं। बैठक में एसडीएम सदर आयुष चौधरी, अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग, क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी उप निदेशक पर्यटन भी मौजूद रहें। एक कमरे में भी पीजी
उप निदेशक पर्यटन अनुपम श्रीवास्तव ने बताया कि एक से पांच कमरे तक के मकान में पेइंग गेस्ट योजना संचालित की जा सकती है। इसमें भवन में ही स्वामी का रहना आवश्यक है। भारत सरकार की बेड एंड ब्रेक फास्ट योजना में छह कमरे होना चाहिए। इसमें गोल्ड और सिल्वर श्रेणी होंगे। दोनों योजनाओं में पर्यटकों को घर का बना खाना देना होगा। पर्यटन विभाग ही चार्ज तय करेगा। दोनों योजनाओं के संचालन पर किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं देना होगा। बिजली भी घरेलू दर से मिलेगी। गृहकर भी आवासीय ही होगा।
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बनी हुईं सड़कें दोबारा खोदी गईं तो कार्रवाई
शहर में सड़कों पर खोदाई को लेकर मंडलायुक्त ने अपनाया कड़ा रुख
जलभराव वाले मोहल्ले चिन्हित कर प्राथमिकता पर कराएं व्यवस्थाएं
जासं, इलाहाबाद : शहर में कुंभ के मद्देनजर बनने वाली सड़कों के निर्माण के बाद किसी तरह की खोदाई नहीं होगी। इसीलिए जो भी पाइप लाइन बिछानी हो, सड़कों के निर्माण के पहले ही डाल दी जाएं।
कुंभ के कार्यो की समीक्षा बैठक में मंडलायुक्त डॉ.आशीष कुमार गोयल ने सड़कों के निर्माण को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए अफसरों को कड़े निर्देश दिए। कहा कि सड़क बन जाने के बाद एक भी विभाग अपने कार्य के लिए खोदाई नहीं कराएगा। मंडलायुक्त ने कहाकि सड़कों और चौराहों पर बिजली, जल, सीवर कार्य एवं पीएनजी गैस सप्लाई के जक्शन प्वांइट इस तरह विकसित हों कि कनेक्शन देने अथवा मरम्मत के लिए इन प्वाइंट्स से ही कार्य कराए जा सकें, जिससे दोबारा सड़क को खोदना न पड़े। निर्माणाधीन सड़कों पर जलभराव तथा बरसात से होने वाली असुविधा को लेकर एडीए अफसरों को सड़कों को शीघ्र दुरुस्त कराने के निर्देश दिए। उन्होंने शहर की निगरानी के लिए स्थापति किए जा रहे एकीकृत कंट्रोल कमांड सिस्टम के कार्यो की समीक्षा की। प्रमुख स्थानों पर लगाए जाने वाले कैमरों की गुणवत्ता पर जोर दिया। पार्किग में भी कैमरे लगाने को कहा।
सेतु निगम के अधिकारियों से कहा कि निर्माण वाली सड़कों पर कहीं भी जलभराव नहीं होना चाहिए तथा वहा कार्यरत कर्मचारी हर समय हेलमेट पहने हुए तथा सुरक्षा संबंधित मानकों का अनुपालन करते दिखे। मेडिकल कॉलेज की समीक्षा में निर्देश दिए कि उच्चस्तरीय चिकित्सा सेवा मिले, इसका विशेष जोर दें। सिविल लाइंस बस अड्डे के नवीनीकरण का कार्य शीघ्रता से करने के निर्देश दिया। सिविल एयरपोर्ट के पास जीटी रोड से सिविल रोड तक एलईडी लाइट लगाने को कहा।