शाही स्नान और आम श्रद्धालुओं के लिए संगम घाट तैयार
मेलाधिकारी विजय किरन आनंद का कहना है कि संगम नोज पर घाट समेत शाही स्नान मार्ग को अगले दो दिन में पूरी तरह तैयार कर लिया जाएगा।
By Edited By: Published: Tue, 08 Jan 2019 07:30 AM (IST)Updated: Tue, 08 Jan 2019 07:30 AM (IST)
प्रयागराज : शाही स्नान के साथ ही आम श्रद्धालुओं के स्नान के लिए संगम नोज को संवारने का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। यहां तकरीबन डेढ़ किमी लंबा और एक किमी चौड़ा घाट तैयार किया गया है। इसके लिए गंगा की धारा को भी मोड़ा गया। करीब 250 मीटर दूर तक मिंट्टी को खोदकर हटाने के बाद घाट तैयार किया गया।
दो भागों में तैयार किया गया संगम घाट
संगम नोज पर घाट को दो भागों में तैयार किया गया है। एक हिस्सा साधु-संतों के शाही स्नान के लिए होगा, जबकि दूसरे घाट से आम श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा सकेंगे। संगम नोज पर गंगा पश्चिम दिशा की ओर ज्यादा बह रही थीं। इसकी वजह से मुख्य स्नान पर्वो पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने पर स्थान छोटा पड़ रहा था। यहीं पर तीनों शाही स्नान भी होने हैं।
डेढ़ किमी लंबा व एक किमी चौड़ा सर्कुलेटिंग एरिया तैयार
ऐसे में गंगा की धारा को उत्तर दिशा में मोड़ने के लिए उसके किनारे करीब 250 मीटर दूर तक मिट्टी खोदकर हटवाई गई। इस काम को करीब दो सप्ताह में पूरा किया गया। गंगा की धारा उत्तर दिशा की ओर होने पर अब संगम नोज पर तकरीबन डेढ़ किलोमीटर लंबा और एक किलोमीटर चौड़ा सर्कुलेटिंग एरिया तैयार हो गया है। अब घाट के किनारे बालू भरी बोरियां लगाई जा रही हैं। इसमें से एक हिस्से को शाही स्नान के लिए तैयार किया गया है, जबकि दूसरा हिस्सा मुख्य स्नान पर्व पर आम श्रद्धालुओं के लिए तैयार किया गया है।
चेंजिंग केबिन भी लगाए गए
घाट के किनारे पर्याप्त संख्या में शौचालय, यूरिनल स्थापित किए गए हैं तो कपड़े बदलने के लिए चेजिंग केबिन भी लगाए गए हैं। शाही स्नान के अलावा अन्य स्नान पर्वो पर डेढ़ किलोमीटर लंबे घाट पर प्रतिघंटे पांच लाख से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाएंगे। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद का कहना है कि संगम नोज पर घाट समेत शाही स्नान मार्ग को अगले दो दिन में पूरी तरह तैयार कर लिया जाएगा। आकर्षक
लाइटों से सजाए जा रहे खंभे
संगम नोज पर तैयार हुए शाही स्नान घाट पर रात का नजारा सतरंगी हो जाता है। यहां बिजली के खंभों पर आकर्षक एलईडी झालरें लगाई गई हैं। इन झालरों को खंभों पर ऊपर से नीचे तक लपेटा गया है। इससे रात में यहां का नजारा अलग ही दिखाई देता है।
दो भागों में तैयार किया गया संगम घाट
संगम नोज पर घाट को दो भागों में तैयार किया गया है। एक हिस्सा साधु-संतों के शाही स्नान के लिए होगा, जबकि दूसरे घाट से आम श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा सकेंगे। संगम नोज पर गंगा पश्चिम दिशा की ओर ज्यादा बह रही थीं। इसकी वजह से मुख्य स्नान पर्वो पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने पर स्थान छोटा पड़ रहा था। यहीं पर तीनों शाही स्नान भी होने हैं।
डेढ़ किमी लंबा व एक किमी चौड़ा सर्कुलेटिंग एरिया तैयार
ऐसे में गंगा की धारा को उत्तर दिशा में मोड़ने के लिए उसके किनारे करीब 250 मीटर दूर तक मिट्टी खोदकर हटवाई गई। इस काम को करीब दो सप्ताह में पूरा किया गया। गंगा की धारा उत्तर दिशा की ओर होने पर अब संगम नोज पर तकरीबन डेढ़ किलोमीटर लंबा और एक किलोमीटर चौड़ा सर्कुलेटिंग एरिया तैयार हो गया है। अब घाट के किनारे बालू भरी बोरियां लगाई जा रही हैं। इसमें से एक हिस्से को शाही स्नान के लिए तैयार किया गया है, जबकि दूसरा हिस्सा मुख्य स्नान पर्व पर आम श्रद्धालुओं के लिए तैयार किया गया है।
चेंजिंग केबिन भी लगाए गए
घाट के किनारे पर्याप्त संख्या में शौचालय, यूरिनल स्थापित किए गए हैं तो कपड़े बदलने के लिए चेजिंग केबिन भी लगाए गए हैं। शाही स्नान के अलावा अन्य स्नान पर्वो पर डेढ़ किलोमीटर लंबे घाट पर प्रतिघंटे पांच लाख से अधिक श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाएंगे। मेलाधिकारी विजय किरन आनंद का कहना है कि संगम नोज पर घाट समेत शाही स्नान मार्ग को अगले दो दिन में पूरी तरह तैयार कर लिया जाएगा। आकर्षक
लाइटों से सजाए जा रहे खंभे
संगम नोज पर तैयार हुए शाही स्नान घाट पर रात का नजारा सतरंगी हो जाता है। यहां बिजली के खंभों पर आकर्षक एलईडी झालरें लगाई गई हैं। इन झालरों को खंभों पर ऊपर से नीचे तक लपेटा गया है। इससे रात में यहां का नजारा अलग ही दिखाई देता है।
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