हब्बू के साथ रायबरेली जेल में रखा जाएगा सद्दाम
हत्या, डकैती समेत कई वारदातों का आरोपित सद्दाम को रायबरेली जेल भेज दिया गया है। हब्बू को पहले ही रायबरेली जेल भेजा जा चुका है।
प्रयागराज : प्रतापगढ़ में कोंहडौर के डबल मर्डर, जगेसरगंज बैंक डकैती समेत अन्य घटनाओं का आरोपित जेल में बंद है। इस शातिर बदमाश सद्दाम को रायबरेली जेल भेज दिया गया है।
कोहंड़ौर के व्यापारी श्याममूरत जायसवाल व उनके बड़े भाई श्यामसुंदर जायसवाल की 25 जुलाई 2018 की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना में पुलिस की जांच में मदुरा निवासी हब्बू उर्फ अंकित सरोज, बासूपुर निवासी सद्दाम व उसके साथियों का नाम प्रकाश में आया था। पुलिस उनकी तलाश करती रही। वहीं हब्बू, सद्दाम ने साथियों के साथ पेट्रोल पंप, जगेसरगंज बैंक, सुल्तानपुर जिले के लंभुआ बैंक को लूट लिया। इन दोनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में किया था सरेंडर
पुलिस को चकमा देकर हब्बू ने 12 दिसंबर और सद्दाम ने 17 जनवरी को कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। हब्बू को पहले ही रायबरेली जेल शिफ्ट कर दिया गया था। अब रविवार को सद्दाम को भी रायबरेली जेल शिफ्ट कर दिया गया। बदमाशों के गैंग को पस्त करने के लिए पुलिस गैंगस्टर समेत अन्य कार्रवाई की तैयारी कर रही है। वहीं सद्दाम को रायबरेली जेल में फिर से हब्बू का साथ मिल जाएगा। दोनों जेल में ही रहकर अब ताना-बाना बुनने का मौका मिल सकता है। आखिर पुलिस इन्हें अलग-अलग जेलों में भी रख सकती थी। यह बात लोगों की समझ से परे है कि ऐसा क्यों नहीं किया गया।
गदऊ के साले ने पिता-पुत्र पर किया हमला
कौशांबी में पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के बिहका गांव में 50 हजार के इनामी कुख्यात गदऊ के साले ने पिता-पुत्र पर चाकू से हमला किया। इससे दोनों घायल हो गए। ग्रामीणों के ललकारने पर गदऊ का साला हत्या की धमकी देते हुए भाग निकला। तीन दिन पहले प्रयागराज क्राइम ब्रांच के हत्थे चढ़े गदऊ की गिरफ्तारी में पिता-पुत्र पर मुखबिरी का उसे शक है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराकर आरोपित पर केस दर्ज कराया है।
प्रयागराज पुलिस ने गदऊ को किया था गिरफ्तार
बीते दिनों प्रयागराज की क्राइम ब्रांच टीम ने 50 हजार रुपये के इनामी कुख्यात गदऊ पासी को गिरफ्तार किया था। उसका साला नागेश पूरामुफ्ती के बिहका गांव रहने वाला है। बहनोई की गिरफ्तारी में मुखबिरी का शक बिहका गांव के ही शिवचंचल पुत्र संपतलाल पर जताया। उसने साथियों के साथ शिवचंचल के घर पहुंचा और शिवचंचल की पिटाई करते हुए चाकू से वार कर जख्मी कर दिया। बीच-बचाव करने आए पिता संपतलाल को भी जमकर पीटा।