Kumbh mela 2019 : कुंभ मेला में राम के चोले में रमे दिखे रूसी रामलीला के कलाकार
कुंभ मेला क्षेत्र के सांस्कृतिक पंडालों में इन दिनों आस्था की गंगा बह रही है। अक्षयवट मंच पर रूस के कलाकार भी राम मय हो गए हैं। रामलीला का बेहतर प्रदर्शन किया।
कुंभ नगर : कभी देश में भारत-रूस मैत्री के गीत गाए जाते थे और उस समय ही सिर पर लाल टोपी रूसी, भारत में लोकप्रिय हुआ था। कुंभ मेला में रूसी राम के चोले में रमे दिखे। प्रमुख सांस्कृतिक मंचों में से एक अक्षयवट मंच पर पर मास्को से आए रामलीला दल की प्रस्तुतियों ने श्रोताओं के ह्रदय में देश के आध्यात्मिक गौरव की अनुभूति कराई।
विदेशों में रामकथा और रामलीला की लोकप्रियता बढ़ी
मास्को के पद्मश्री गेन्नादी पिचनिकोव मेमोरियल दिशा रामलीला द्वारा अक्षयवट मंच पर रामलीला का मंचन किया गया। इससे साफ है कि विदेशों में भी रामकथा और रामलीला की लोकप्रियता दिनों दिन बढ़ रही है। भारत सहित 12 देशों के कलाकारों की रामलीला प्रस्तुतियां कुंभ के विभिन्न सांस्कृतिक मंचों पर मंचित की जा रही हैं। इन रामलीला दलों में इंडोनेशिया, त्रिनिदाद, थाईलैंड, रूस, मलेशिया, श्रीलंका, मारीशस, सूरीनाम, नेपाल, बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के कलाकार रामलीला की प्रस्तुतियां दे रहे हैं। रूस से आया दल उस प्रसिद्ध रामलीला कलाकार पद्मश्री गेन्नादी पिचनिकोव की स्मृति में गठित है, जो रामलीला में राम की भूमिका निभाते थे। पिछले वर्ष दिवंगत हुए पिचनिकोव को भारत सरकार द्वारा पद्मश्री सम्मान प्रदान किया गया है। पिचनिकोव मास्को में रामलीला का प्रशिक्षण देते थे।
लोक गीतों व नृत्य भी दर्शकों का मन मोह रहे
रामलीला के अतिरिक्त अक्षयवट मंच पर कोलकाता के अरुपा लाहिरी ने भरतनाट्यम, जयपुर के नटराज मिश्र ने अष्टनायिका नृत्य बैले और लखनऊ के दीपक त्रिपाठी के भोजपुरी लोकगायन ने दर्शकों का मन मोह लिया। भारद्वाज मंच पर आंध्रप्रदेश के श्रीधर ने मयूर एवं अग्नि नृत्य, राजस्थान की ममता देवी ने चकरी लोकनृत्य, नई दिल्ली की राधिका चोपड़ा ने उपशास्त्रीय गायन और लखनऊ की प्रीति लाल ने अवधी लोकगायन की प्रभावपूर्ण प्रस्तुति दी। यमुना मंच पर सिक्किम की शर्मिला गादले ने सिंघी याकक्षम नृत्य, लखनऊ की रेखा मिश्र ने अवधी लोकगायन, वृंदावन के देवकीनंदन शर्मा ने महारास की प्रस्तुति दी। सरस्वती मंच पर उड़ीसा के लोक कलाकार पवित्र ने शंख रणप्पा एवं चढैया, गोरखपुर के हरिप्रसाद ङ्क्षसह ने भोजपुरी लोकरंग और वाराणसी के जितेंद्र मोहन ने चित्रकूट नाटक के मंचन से दर्शकों का दिल जीत लिया।