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हॉस्टल और मेस का शुल्क बकाया तो रुकेगा रिजल्ट

इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) और ट्रस्ट के हॉस्टलों में रहने वाले अंतवासी अब यदि हॉस्टल और मेस का शुल्क जमा नहीं करेंगे तो उनका परीक्षा परिणाम रोक दिया जाएगा। रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल ने इसका नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। साथ ही सभी हॉस्टलों के अधीक्षकों को इसके बारे में जानकारी दे दी गई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 08:31 PM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 08:31 PM (IST)
हॉस्टल और मेस का शुल्क बकाया तो रुकेगा रिजल्ट

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) और ट्रस्ट के हॉस्टलों में रहने वाले अंत:वासी अब यदि हॉस्टल और मेस का शुल्क जमा नहीं करेंगे तो उनका परीक्षा परिणाम रोक दिया जाएगा। रजिस्ट्रार प्रोफेसर एनके शुक्ल ने इसका नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। साथ ही सभी हॉस्टलों के अधीक्षकों को इसके बारे में जानकारी दे दी गई है।

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दरअसल, इविवि और ट्रस्ट के अधिकाश हॉस्टलों में छात्रों का मेस शुल्क बकाया रहता था। वह बकाया राशि का भुगतान किए बगैर हॉस्टल छोड़कर चले भी जाते थे। इस वजह से आर्थिक चोट भी पहुंच रही थी। यही नहीं तमाम हॉस्टलों के अधीक्षकों की तरफ से ऐसी शिकायतें भी लगातार मिल रही थीं। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए सभी अधीक्षकों के साथ बैठक हुई। इसमें यह सर्वसम्मति से प्रस्ताव से रखा गया कि हॉस्टल और मेस का शुल्क जमा करने पर ही परीक्षा परिणाम जारी किया जाए। इसके बाद इस मसले पर कार्यवाहक कुलपति प्रो. आरआर तिवारी की अध्यक्षता में उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया। कमेटी में रजिस्ट्रार प्रो. एनके शुक्ल, परीक्षा नियंत्रक प्रो. रमेंद्र कुमार सिंह, चीफ प्रॉक्टर प्रो. आरके उपाध्याय, डीएसडब्ल्यू प्रो. केपी सिंह और वित्त अधिकारी डॉ. सुनीलकांत मिश्र को शामिल किया गया। कमेटी की बैठक में निर्णय लिया गया कि यदि हॉस्टलों के अंत:वासी हॉस्टल और मेस का शुल्क नहीं जमा करेंगे जो उनका परिणाम रोक दिया जाएगा। परिणाम जारी होने के लिए अंत:वासियों को हॉस्टल खाली करने से पूर्व परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में नो ड्यूज प्रमाणपत्र देना होगा। हॉस्टलों में रिक्त सीटों का ब्यौरा मांगा

डीएसडब्ल्यू ने सभी हॉस्टलों के अधीक्षकों से अंतिम वर्ष की परीक्षा देने वाले अंत:वासियों का विवरण मांगा गया है। क्योंकि, इन छात्र-छात्राओं को अब हॉस्टल खाली करना होगा। ऐसे में नए सत्र के लिए नवप्रवेशियों को हॉस्टल का आवंटन किया जा सकेगा। यह आवंटन रिक्त सीटों के सापेक्ष किया जाना है।


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